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सीमा पर फिर सीजफायर का उल्‍लंघन – 3 महीने में देश के 42 जवान शहीद, तैनात किए ज्‍यादा सैनिक और हथियार

नई दिल्ली – आज एक बार फिर पाकिस्तान कि ओर से सीजफायर का उल्लंघन किया गया और जम्मू-कश्मीर के रामगढ़, अरनिया और नौशेरा सेक्टर में भारी गोलीबारी की गई। बीएसएफ के जवानों द्वारा जिसका मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है। पाकिस्तान द्वारा की गयी इस भारी गोलीबारी में सांबा और राजौरी सेक्टर में कुल 6 लोगों की मौत हो  गई। इसके अलावा पाक की तरफ से फायरिंग में राजौरी में दो और सांबा सेक्टर में पांच लोगों की मौत हो गई तथा दो महिलाओं समेत 11 लोग घायल हो गए हैं। Pakistan violates ceasefire. 

खबर है कि पाकिस्तान की ओर से मोर्टार के गोलों व हल्के हथियारों से सुबह से ही सांबा के रामगढ़ व जम्मू के अरनिया की डेढ़ दर्जन के करीब चौकियों व रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया जा रहा है।  

सीमा पर तैनात किए ज्‍यादा सैनिक और हथियार –

सूत्रों के हवाले से खबर है कि पाकिस्तान सीमा पर अपनी ताकत बड़ा रहा है। उसने भारी संख्या में सैनिक और हथियार सीमा पर मंगवाए हैं। सैनिकों के अलावा भारी हथियारों और हेलिकॉप्टर भी तैनान किए गए हैं। भारत कि ओर से जवाबी फायरिंग में घायल होने वाले जवानों के इलाज के लिए सीमा पर पाकिस्तान कि ओऱ से एम्बुलेंस भी तैनान किया गया है।   

पिछले 10 दिनों में देश के सात सैनिक शहीद –

आपको बता दें कि पिछले 10 दिनों में पाकिस्तान की तरफ से हुई गोलाबारी में सात भारतीय जवान शहीद हो चुके हैं। इसमें बालाकोट सेक्टर में एक, माछिल सेक्टर में मनदीप सिंह जिनके शव के साथ पाकिस्तान ने बर्बरता की थी, बीएसएफ कांस्टेबल नितिन सुभाष, आरएस पुरा में कांस्टेबल जितेंद्र सिंह, तंगधार सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश रोकने में संदीप सिंह, आरएस पुरा सेक्टर में बीएसएफ जवान सुशील कुमार और राजौरी सेक्टर में सुधीश कुमार शहीद हुए थे।

तीन महीनों में देश ने खोया 42 जवान –

गौरतलब है कि पिछले तीन महीनों में सीमा पर भारत के 42 जवान शहीद हो चुके है। अगस्त महीने में 10, सितंबर महीने में सबसे ज्यादा 24 और अक्टूबर महीने में 8 जवान शहीद हो चुके हैं। इस साल अब तक 76 जवान शहीद हो चुके हैं। वर्ष 2009 में सेना के 79 जवान शहीद हुए थे।

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