अध्यात्म

इस रहस्यमयी और चमत्कारी हवनकुंड के बारे में जानकर हो जायेंगे हैरान, 1200 सालों से हो रहा है हवन!

भारत को अगर चमत्कारों और रहस्यों का देश कहा जाए तो गलत नहीं होगा। इस देश के कई कोने ऐसे हैं, जिनके बारे में आजतक कोई नहीं जान पाया है। देश में कुछ ऐसी जगहें भी हैं जो रहस्यों और चमत्कारों से भारी हुई है। इनमे से ही एक हैं विश्व प्रसिद्ध नैना देवी का शक्तिपीठ। यहाँ पर एक हवनकुंड है जिसमे लगातार 1200 सालों से दीपावली के दिन हवन किया जा रहा है। इस हवनकुंड के बारे में कहा जाता है कि यह बहुत प्राचीन है और चमत्कारी एवं रहस्यमयी भी है। यह दुनियाँ का ऐसा पहला और अनोखा हवनकुंड है जिसमे दिन- रात हवन करने के बावजूद भी राख को बाहर निकालने की जरुरत नहीं पड़ती है।

havan-kund-mistrey-newstrend-01-11-16-1

केवल एक फूट गहरा है हवनकुंड:

इस हवनकुंड की यह ख़ासियत है कि जितना भी हवन होगा राख बढ़ती ही नहीं है। सारी की सारी राख हवनकुंड के अन्दर समा जाती है। लोगों को यह जानकर काफी हैरानी होती है कि हवनकुंड की गहराई केवल एक फूट है। यहाँ पर नवरात्री के दिनों में नौ दिन तक लगातार हवन किया जाता है फिर भी राख का कोई पता नहीं चलता है। हवन करने के लिए ट्रक भरकर लकड़ी लायी जाती है, लेकिन राख कहाँ गायब हो जाती है, यह एक बहुत बड़ा रहस्य है।

दीपावली के दिन 200 पुजारी मिलकर करते हैं हवन:

आज के इस वैज्ञानिक युग में माँ नैना देवी के चमत्कार को सभी लोग मानते हैं और उनमे सच्ची श्रद्धा रखते हैं। इस हवनकुंड में दीपावली के दिन लगातार 1200 सालों से दो दिन के लिए सत चंडी महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। यह परम्परा सालों से चली आ रही है और पीढ़ी दर पीढ़ी यहाँ के पुजारी इसे निभा रहे हैं। दीपावली के दिन 200 पुजारी मिलकर हवन करते हैं।

कई मशहूर लोग भी आ चुके हैं यहाँ:

यहाँ पर हर साल हवन विश्वशांति और कल्याण के लिए करवाया जाता है। लेकिन इस बार हवन में देश के शहीद सैनिकों के लिए भी आहुतियाँ दी गयी। मंदिर के मुख्य पुजारी का कहना है कि घर में किये जाने वाले यज्ञ से यहाँ यज्ञ करने पर 1000 गुना ज्यादा फल मिलता है। यहाँ कई बड़े राजनेता, फिल्मस्टार, गायक और खिलाड़ी अपनी सफलता के लिए यज्ञ करवाने आते हैं। यहाँ यज्ञ करने से माँ नैना देवी सबकी मनोकामना को पूरा करती हैं।

वीडियो देखें:

Back to top button