अध्यात्म

27 जून से बन रहा विष योग, इन व्यक्तियों को रहना होगा सतर्क, जानिए बचने के उपाय

इस संसार में हर व्यक्ति के जीवन में उतार चढ़ाव बना रहता है कभी उसको सुख प्राप्त होता है तो कभी उसको बहुत से कष्टों का सामना करना पड़ता है मनुष्य के जीवन में उसकी कुंडली में आने वाले योग और संयोग से उसका जीवन प्रभावित होता है व्यक्ति की कुंडली में आने वाले योग और संयोगों की वजह से कार्य क्षेत्र में बाधाओं का सामना भी करना पड़ता है और बहुत सी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं कई संयोग व्यक्ति के जीवन में खुशियां लेकर आते हैं उसको अपने जीवन में सफलता प्राप्त होती है यदि उचित समय पर कुंडली के शुभ योगों को पहचान कर सही उपाय किया जाए तो इन दोषो से होने वाले कष्टों से छुटकारा प्राप्त किया जा सकता है आपको इस बात की जानकारी दे दें कि जब चंद्र धनु राशि में प्रवेश करेगा जबकि धनु राशि में पहले से ही शनि स्थित है तो शनि और चंद्र के धनु राशि में होने से विष योग बनता है।

आज हम आपको इस लेख के माध्यम से विष योग से बचने के ऐसे 5 उपायों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जिससे आप इस योग से पड़ने वाले प्रभाव से बच सकते हैं।

आइए जानते हैं यह उपाय कौन से हैं

  • अगर आप 27 जून को बन रहे विष योग से बचना चाहते हैं तो हनुमान जी को शुद्ध घी और सिंदूर अर्पित कीजिए क्योंकि यह चीजें हनुमान जी को बहुत प्रिय माने गए हैं ऐसा माना जाता है कि घी और सिंदूर का चोला चढ़ा कर हनुमान जी की प्रतिमा के दाएं पैर के सिंदूर को मस्तक पर लगाया जाए तो इससे विष योग जैसे हर कष्ट से बचाव किया जा सकता है।

  • आप शनि मंदिर में गुड और गुड़ से बनी रेवड़ी तिल के लड्डू आदि का प्रसाद अर्पित करने के पश्चात इसको बांट दें और कुत्ते और कौवे को भी प्रसाद दीजिए यदि आप यह उपाय करते हैं तो इससे विष योग के बुरे प्रभाव कम होते हैं।

  • अगर आप अपने माता पिता और अपने घर के बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद लेते हैं तो इससे हर समस्या से छुटकारा प्राप्त किया जा सकता है अगर आप विष योग के प्रभाव से बचना चाहते हैं तो रोजाना यह नियम अपना लीजिए आपको अपने माता-पिता के साथ-साथ बड़े बुजुर्गों के चरण स्पर्श करके उनका आशीर्वाद लीजिए यदि आप ऐसा करेंगे तो विष योग के होने वाले प्रभाव कम हो जाएंगे।

  • अगर आप महाबली हनुमान जी की पूजा करते हैं तो आप इस विष योग से बच सकते हैं इसके लिए आप किसी भी हनुमान जी के मंदिर में या फिर घर के पूजा स्थान में बजरंगबली जी की प्रतिमा के समक्ष शुद्ध घी का दीपक जलाएं और अपने गुरु और हनुमान जी का स्मरण करते हुए कम से कम 49 पाठ सुंदरकांड के करें या आप करवा भी सकते हैं यदि आप इस उपाय को करेंगे तो विष योग से होने वाला बुरा प्रभाव समाप्त होगा।

  • ऐसा माना जाता है कि पीपल के पेड़ में अनेक देवी देवताओं का वास होता है इसी वजह से धार्मिक दृष्टि से पीपल के पेड़ का बहुत ही महत्व माना गया है अगर आप विष योग से बचना चाहते हैं तो हर शनिवार पीपल के पेड़ को जल अर्पित कीजिए और इसकी सात परिक्रमा भी कीजिए इसके साथ नारियल भी अर्पित करें इससे विष योग से होने वाला प्रभाव कम होगा।

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