राजनीति

दलितों के घर खाने को लेकर नया विवाद, बीजेपी नेताओं में दो फाड़

दलितों के घर खाना खाने को लेकर बीजेपी नेताओं के बीच विवाद देखने को मिल रहा है। दलितों के घर जाकर खाना खाने का आदेश पीएम मोदी ने दिया था, लेकिन अब इसको लेकर एक विवाद सामने आ रहा है। बीजेपी दलित सांसद इन  सब चीजों से काफी नाराज दिखाई दे रहे हैं, जिसकी वजह से उन्होंने बीजेपी नेताओं से यह सब बंद करने की विनती भी की। बता दें कि अमित शाह से लेकर हर छोटा बड़ा नेता दलितों के पास जा रहा है, जिसकी वजह से दलित बीजेपी नेता नाराज हो गये हैं। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?

2 अप्रैल के बाद से ही बीजेपी दलितों के आसपास ज्यादा भटक रही है, जिसकी वजह से ये खुद बीजेपी नेताओं को रास नहीं आ रहा है। बता दें कि बीजेपी दलित सांसद बहराइच सांसद सावित्रि फूले जोकि बीजेपी से पहले ही खफा हो चुकी हैं, ऐसे में उन्होंने एक बार फिर से बीजेपी नेताओं को ये एहसान करने के लिए मना कर दिया है। फूले ने कहा कि बीजेपी नेता इस तरह के एहसान करने से बचे। साथ ही बीजेपी नेताओं को चेताते हुए कहा कि दलितों के आस-पास भी न भटके। दरअसल, दलितों के घर जाने से बीजेपी अपनी छवि को दुरूस्त करना चाहती है, लेकिन अब इसको लेकर विवाद खड़ा हो गया है।

बताते चलें कि फूले ने बीजेपी नेता सुरेश राना पर भी वार साधते हुए कहा कि दलितों के घर जाने का मकसद होता है, उनके रहन-सहन और जिन्दगियों को करीब से जानना, न कि पनीर, दाल मखनी, पुलाव और गुलाब जामुन खाना। बता दें कि बीजेपी नेता दलितोंं के घर जाते तो हैं, लेकिन वो उनके यहां बाहर से खाना मंगा कर खाते हैं, जिसकी वजह से कई बीजेपी दलित सांसद नाराज दिख रहे हैं, ऐसे में बीजेपी के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है।

याद दिला दें कि यूपी की मंत्री अनुपमा जायसवाल पर निशाना साधते हुए फूले ने कहा कि अगर आपको दलित वोट चाहिए तो मच्छरों से परेशानी नहीं होनी चाहिए। गौरतलब है कि हाल ही में यूपी की मंत्री अनुपमा जायसवाल एक दलित के घर खाना खाने गई तो उन्होंने वहां मच्छरों के काटने की शिकायत की थी,  जिसके बाद इस मामलें को लेकर जमकर सियासत भी देखने को मिली थी। बीजेपी दलितों को रिझाने के लिए उनसे संपर्क में रह रही है, लेकिन इस तरह के आरोप बीजेपी में फूट डाल सकती है।

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