राजनीति

आसमान से गिरने वाली है ये बड़ी मुसीबत, भारत समेत दुनिया के 38 शहरों को खतरा

चीन के सामान की कोई गारंटी नहीं है, क्योंकि ये चले तो सौ दिन नही, तो नौ दिन। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि चीन की टेक्नोलॉजी से भारत समेत दुनिया के 38 देश मुसीबत में हैं। दरअसल ये मुसीबत अब धीरे धीरे धरती की तरफ बढ़ चुकी हैऔर किसी भी वक्त गिर सकती है, जिससे बड़ी तबाही का भी खतरा है। जी हां चाइना के बंद पड़ा एक स्पेस स्टेशन का मलबा जल्द ही धरती पर गिर सकता है क्योंकि चीन के वैज्ञानिक इसपर से कंट्रोल खो चुके हैं।

दरअसल द तियांगोंग-1 नाम का उपग्रह चीन ने अंतरिक्ष में भेजा था। जो चीन के स्पेस प्रोग्राम का हिस्सा था।   जिसका संपर्क चीन के वैज्ञानिकों से टूट चुका है। ऐसे में चीन ने यह भी स्पष्ट कर दिया है, कि वो इस कंट्रोल करने में सक्षम नहीं है। चीन के वैज्ञानिकों की माने तो साढ़े आठ टन वजन वाला यह स्पेस स्टेशन दो साल पहले 2016 में ही अपना नियंत्रण खो चुका था और तब से ही यह धरती की तरफ गिर रहा है ।

6 अप्रैल तक है खतरा

यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) के एक अनुमान के मुताबिक ये मुसीबत भूमध्य रेखा पर 43 डिग्री उत्तर से 43 डिग्री दक्षिण के बीच गिर सकती है। स्पेस का ये मलबा 30 मार्च से 6 अप्रैल के बीच धरती पर गिर सकता है। यूरोपियन स्पेस एजेंसी के मुताबिक यह कहां गिरेगा? इस बारे में अभी तक पूरा अनुमान नहीं लगाया जा सका है। कुछ अनुमानों के मुताबिक स्पेन, तुर्की, इंडिया, इटली और यूएस का कुछ पार्ट रिस्की जोन में है। इसके साथ ही भारत में भी गिरने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है।

वैज्ञानिकों की माने तो अगर यह आबादी वाले इलाके में रात के समय गिरा तो इसे देखा भी जा सकेगा। स्पेस स्टेशन का मलबा धीरे-धीरे पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है। अंतरिक्ष के जानकारों का ये भी कहना है कि जैसे ही यह पृथ्वी के 100 किलोमीटर के नजदीक आएगा, यह गर्म होने लगेगा, जिससे इसमें आग लग जाएगी। साथ ही जलकर राख हो जाएगा।

चीन ने 2011 में भेजा था

चीन ने 2011 में द तियांयोंग-1 को स्पेस में भेजा था। 2012 में चीन की पहली महिला यात्री लियू यांग अंतरिक्ष गईं थी। कुछ दिन काम करने के बाद इस स्पेस ने मार्च 2016 में काम करना बंद कर दिया जिसके बाद चीन के वैज्ञानिक 2022 तक इसका तीसरा संस्करण अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी कर रहे हैं। जिसमें मनुष्य के जाने के भी चांसेज हैं।

ऐसा माना जा रहा है कि ये बेहद जहरीले केमिकल्स वाला चीन का बेकाबू हो चुका ये स्पेस स्टेशन जल्द ही बार्सिलोना (स्पेन), बीजिंग (चाइना), न्यूयॉर्क (यूएसए), रोम (इटली) न्यूजीलैंड, रसिया, अर्जेंटीना या फ्रांस आदि देशों में से किसी शहर में गिर सकता है। लेकिन अच्छी बात ये है कि पृथ्वी के वातावरण में प्रवेश करते ही इसका काफी सारा हिस्सा जलकर राख हो जाएगा। लेकिन जो मलबा बचेगा, उससे दुनिया के 38 शहरों पर खतरा मंडरा रहा है।  इस स्पेस का साइज बस के बराबर बताया जा रहा है।

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