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अस्पताल में मृतक के परिवार वाले पहुंचे ‘आत्मा’ लेने, 3 महीने पहले हुई थी परिजन की मौत

भले ही भारत देश उन्नत और विकसित देश बन रहा है मगर आज भी यहाँ लाखों लोग ऐसे है जो साइंस के इस दौर में भी अंधविश्वास के चक्कर में उलझे हुए हैं. जहां एक तरफ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चहुमुखी विकास की बात कर रहे हैं वहीं दूसरी और बहुत से राज्यों में जमीनी हकीकत इसके एकदम विपरीत  चल रही है. अंधविश्वास का कीड़ा आज भी लाखों लोगों के दिलों में पल रहा है. आए दिन अंधविश्वास को लेकर हमें कोई ना कोई खबर देखने या सुनने को मिलती रहती है. भारत देश में अंधविश्वास की घटनाएं दिनों दिन बढ़ती जा रही है और थमने का नाम नहीं ले रही.

अंधविश्वास की हुई हद पार

कुछ ऐसा ही मामला हाल ही में हमारे सामने आया है जहां राजस्थान के कोटा जिले के एक निजी अस्पताल में उस समय बवाल मच गया, जब अस्पताल में एक मृतक के परिजन ढोल बाजे के साथ उसकी आत्मा लेने के लिए पहुंच गए. ऐसे अंधविश्वास का दृश्य देखकर वहां मौजूद सभी लोग आश्चर्य चकित रह गए. हद तो तब हो गई जब अस्पताल के मेडिकल वार्ड में वह लोग बिना किसी से पूछे अपने मृत परिजन की आत्मा लेने दाखिल हो गए.

3 महीने पहले हुई थी परिजन कि मृत्यु

मिली जानकारी के अनुसार इस अस्पताल में लगभग 3 महीने पहले रामदेव भील नामक युवक की लंबे इलाज के दौरान मौत हो गई थी. दरअसल वह युवक एक सड़क दुर्घटना में बुरी तरह से घायल हो गया था जिसके बाद उसका इलाज कोटा के महाराव भीम सिंह अस्पताल में करवाया जा रहा था. मगर लंबे इलाज के बावजूद भी युवक ने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया.

बताया जा रहा है कि रामदेव की मौत के बाद से ही उसकी पत्नी को गहरा सदमा लगा गया था और वह अक्सर बीमार रहती थी. एक दिन जब परिवार वाले रामदेव की पत्नी के इलाज के लिए पंडित के पास गए तो उस पंडित ने उन्हें टोने-टोटके की हिदायत दी और साथ ही उन्हें कहां की वह अस्पताल के उसी वार्ड में जाकर पूजा करें जहां रामदेव की मृत्यु हुई थी. परिजनों का यह दावा था कि ऐसा करने से रामदेव की पत्नी एकदम ठीक हो जाएगी.

फिर पहुंचे आत्मा लेने

परिजन अंधविश्वास में इतने पागल हो गए कि वह अस्पताल ढोल और बैंड बाजे के साथ रामदेव की आत्मा लेने पहुंच गए. जब अस्पताल में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोका तो परिजनों ने उन्होंने सुरक्षाकर्मियों की एक भी नहीं सुनी और आईसीयू के गेट के पास जा पहुंचे. वहां उन्होंने रामदेव के वार्ड में दाखिला लिया और दरवाजे पर नारियल, गेहूं, अगरबत्ती आदि जलाकर पूजा करनी शुरु कर दी. लगातार 10 मिनट के इस तमाशे के बाद वह वहां से वापस लौट गए. वहीं दूसरी और वहां भर्ती मरीज ऐसा अंधविश्वास देख कर सकते में आ गए. जब उन्होंने रामदेव के बारे में परिजनों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वह अस्पताल रामदेव की आत्मा लेने आए थे.

लगातार 20 मिनट के इस हाई वोल्टेज ड्रामा को वहां मौजूद कई लोगों ने अपने कैमरे में कैद कर लिया और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया. यह वीडियो इन दिनों काफी वायरल हो रही है. बताया जा रहा है कि पूजा खत्म होने के बाद मृतक के परिजन अस्पताल से वापस लौट गए.

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