अध्यात्म

आज से लेकर होली की रात तक भूलकर भी नहीं करने चाहिए ये तीन काम, वरना हो सकता है बहुत कुछ अशुभ

होली की रात न करें ये काम: हिंदू धर्म में कई पर्व-त्योहार मनाने की परम्परा सदियों से चली आ रही है। लेकिन कुछ पर्व-त्योहारों को बहुत ही महत्वूरन माना जाता है और इन्हें काफ़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। इन्ही में से एक त्योहार है होली का त्योहार। होली का त्योहार हर साल लोगों के लिए बहुत ही ख़ास होता है। होली का पर्व जहाँ एक तरफ़ लोगों के बीच आपसी प्यार को बढ़ाने का काम करता है, वहीं इस पर्व के कुछ धार्मिक महत्व भी होते हैं। हालाँकि होली के पर्व के धार्मिक महत्व के बारे में बहुत काम लोग ही जानते हैं।

इस समय में शुभ कार्य होते हैं वर्जित:

अगले महीने गुरुवार यानी 1मार्च को होलिका दहन की जाएगी। हिंदी पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को होली मनाई जाती है। पूर्णिमा से 8 दिन पहले यानी फाल्गुन मास शुक्ल पक्ष की अष्टमी से होलाष्टक शुरू हो जाता है। ज्योतिषियों की माने तो यह ऐसा समय होता है जिसमें सभी तरह जे शुभ काम वर्जित होते हैं। इस दौरान किए जाने वाले शुभ कार्य सफल नहीं होते हैं और व्यक्ति को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आज हम आपको कुछ ऐसे कामों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे आज से लेकर होलिका दहन के दिन तक नहीं करने चाहिए।

होलाष्टक से जुड़ी हुई धार्मिक मान्यताएँ:

इसके बारे में एक प्राचीन मान्यता यह है कि प्राचीन समय में दैत्यराज हिरण्यकश्यप का एक पुत्र प्रह्लाद था। वह बहुत ही धार्मिक प्रवृत्ति था। प्रह्लाद भगवान विष्णु का बहुत बड़ा भक्त था। यह बाद हिरण्यकश्यप को पसंद नहीं थी इस वजह से वह प्रह्लाद को तरह-तरह प्रताड़ित करता था। इसके बाद पूर्णिमा के दिन होलिका ने भी भक्त प्रह्लाद को जलाने का भी प्रयास किया, लेकिन वह ख़ुद जल गयी और प्रह्लाद बच गया। होली से 8 दिनों पहले से ही प्रह्लाद को प्रताड़ित किया जाता था, इसी वजह से इस 8 दिन के समय को होलाष्टक कहा जाता है।

होली की रात न करें ये काम :

*- पत्नी-पत्नी को होलाष्टक के समय में भूलकर भी अपना संयम नहि खोना चाहिए। इस दौरान अगर कोई पति-पत्नी सम्बंध बनाते हैं तो जो उससे संतान पैदा होती है, उसे जीवनभर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यह समय भक्ति और ध्यान के लिए अच्छा समय माना गया है।

*- ज्योतिषशास्त्र में होली को काफ़ी महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन पूजा-पाठ करने से सभी देवी-देवता प्रसन्न हो जाते हैं। अगर आप महालक्ष्मी की कृपा पाना चाहते हैं तो आज से लेकर होली तक घर में शांति बनाए रखें। ऐसा करने से आपके जीवन में धन की कमी नहि होती है। अन्यथा इस दौरान की गयी पूजा-पाठ का कोई फल नहि मिलता है।

सफलता और प्रसिद्धी के लिए, बड़ों के सम्मान करें, गुड़ का दान करें, शाम के समय ना सोएं, सूर्य को जल अर्पण करें, सूर्योदय से पहले उठें.

*- होलाष्टक के समय में देर तक सोने से बचना चाहिए। हर व्यक्ति को इस दौरान सुबह जल्दी उठकर सूर्यदेव को जल अर्पित करना चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आप जीवन में आलसी हो जाएँगे आपको किसी भी काम में सफलता नहीं मिलेगी।

इसके अलावा होली की रात न करें ये काम:

इन दिनों में किसी भी तरह के शुभ कार्य को करने से बचना चाहिए। शादी-विवाह, सगाई, गृह प्रवेश, मुंडन, गोद भराई जैसे शुभ कार्य भी नहीं करने चाहिए। ज्योतिषियों के हिसाब से इन दिनों में नौ ग्रहों का स्वभाव उग्र रहता है और इसी वजह से किसी भी शुभ कार्य का फल नहीं मिल पाता है।

आपको बता दें ये सभी बातें ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार लिखा गया है। हालाँकि अगर आपको किसी बात को लेकर शंका हो तो आप अपने ज्योतिषी से इसके बारे में पूछ सकते हैं।

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