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पकौड़े पर शिवसेना की बीजेपी को तीखी सीख, कहा ‘पकौड़ा रोजगार के लिए वड़ा पाव जैसी स्कीम लाओ’

नई दिल्ली: रोजगार के मुद्दे पर चौ-तरफा घिरी बीजेपी ने स्वरोजगार को रोजगार में गिनाने की कवायद शुरू की तो ये कवायद बीजेपी को भारी पड़ती दिखाई देने लगी है। बता दें कि पीएम मोदी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि पकौड़ा बेचना भी रोजगार है, जिसके बाद से ही सियासी गलियारों में जमकर पकौड़े तले जाने लगे हैं, ऐसे में देखना ये दिलचल्प होगा कि आखिर कहीं ये पकौड़ा 2019 के लोकसभा तक न पहुंच जाएं। आइये जानते हैं कि हमारे इस रिपोर्ट में क्या खास है?

पीएम मोदी द्वारा पकौड़े को रोजगार का दर्जा दिये जाने के बाद पकौड़ा सियासी गलियारों में खूब खाया जाने लगा है। आलम ये हुआ कि पकौड़े की सियासत संसद तक जा पहुंची। बता दें कि पकौड़े को लेकर पक्ष और विपक्ष अपनी राय रखते हुए नजर आ रहै हैं। जहां एक तरफ बीजेपी पीएम मोदी के इस बयान की तारीफ कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष इसे सरकार की नाकामी बता रही है। कांग्रेस ने पीएम मोदी पर कटाक्ष भी किया था कि भीख मांगना भी जॉब है।

राज्यसभा में जब पकौड़े का जिक्र हुआ तो शिवसेना सांसद ने पकौड़े को लेकर बीजेपी सरकार को तीखी सीख दे डाली। शिवसेना सांसद संजय ने कांग्रेस के बयान की भी आलोचना करते हुए कहा कि इसकी तुलना भिखारी से करना बिल्कुल भी ठीक नहीं है, ऐसे में बेरोजगारी देश का मुद्दा है। संजय ने आगे कहा कि पकौड़ा रोजगार की बात करना कोई देश में स्वाभिमान की बात नहीं है, ऐसे में बीजेपी हवा में बात न करे।

शिवसेना सांसद संजय ने अपने संबोधन में आगे कहा कि अगर बीजेपी पकौडा रोजगार की बात कर रही है, तो ऐसे में उन्हे सुरक्षा देने के बारे में भी पहल करे। इसके लिए शिवसेना सांसद ने बाबा साहब ठाकरे की योजना को भी याद दिलाया है। बता दें कि संजय ने आगे कहा कि जब 70 के दशक में मुंबई में रोजगार नहीं था, तब ठाकरे ने कहा था कि अगर पास में रोजगार नहीं है तो वड़ा पाव बेचे, लेकिन शिवसेना ने सिर्फ बात नहीं की, उसको जमीन पर उतारा।

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वड़ा पाव रोजगार पर बात करते हुए संजय ने आगे कहा कि शिवसेना ने सहयोग किया, जिसकी वजह से आज 5 हजार लोग वड़ा पाव बेच रहे हैं और 5 से 10 हजार रुपये महीने भी कमा रहे हैं, ऐसे में क्या मोदी सरकार पकौड़ा बेचने वाले को पुलिस सुरक्षा देगी या उन्हे लाइसेंस देगी ताकि उन्हे बार बार पुलिस द्वारा परेशान न किया जाए?

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