रिलेशनशिप्स

इन 4 तरह की लड़कियों से भूलकर भी नहीं करनी चाहिए शादी, वर्ना हो सकता है सबकुछ बर्बाद

हिन्दू धर्म कई मान्यताओं और परम्पराओं पर टिका हुआ है। कुछ मान्यताएं सदियों पुरानी हैं, लेकिन उनको आज भी लोग मानते हैं। हिन्दू धर्म में कई धर्मग्रंथों के हिसाब से लोग अपना जीवन व्यतीत करते हैं। ये धर्मग्रंथ लोगों को जीवन जीने का सही तरीका बताते हैं। इन्ही में से एक प्राचीन पुराण हैं, विष्णु पुराण। विष्णु पुराण के बारे में कहा जाता है कि यह भगवान विष्णु के मुंह से निकली हुई साक्षात् बातें हैं। विष्णु पुराण में कई बातें ऐसी हैं, जिनका पालन करने वाले व्यक्ति का पूरा जीवन बदल जाता है।

हर व्यक्ति के जीवन में विवाह का खास महत्व होता है। हर कोई विवाह के सपने बचपन से ही देखता है। हिन्दू धर्म के 16 संस्कारों में से एक विवाह संस्कार भी है। सुखी वैवाहिक जीवन के लिए सबसे जरुरी चीज होती है, एक अच्छे जीवनसाथी का होना। शादी के लिए किसी ऐसी लड़की का चुनाव करना चाहिए जो अपने पति और उसके परिवार का अच्छे से ख़याल रख पाए। इसके साथ ही दोनों के संबंधों में मधुरता बनी रहे। विष्णु पुराण में महिलाओं के सम्बन्ध में कई बातें बताई गयी हैं। विष्णु पुराण में ही 4 ऐसी बातें बताई गयी हैं, जिसकी जांच किये बिना किसी भी महिला से शादी नहीं करना चाहिए।

इन महिलाओं से ना करें शादी:

शास्त्रों में यह साफ़-साफ़ कहा गया है कि अपने माता या पिता के पक्ष से रिश्ता रखने वाली किसी भी महिला से शादी नहीं करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार अपने रिश्तेदारी या गोत्र में विवाह करना पाप होता है। इसके वैज्ञानिक कारण भी हैं। एक ही परिवार या गोत्र में शादी करने से जेनेटिक बिमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। उस स्त्री से भूलकर भी शादी नहीं करनी चाहिए, जिससे माता पक्ष से पांचवी पीढ़ी तक और पिता पक्ष से सातवी पीढ़ी तक रिश्ता जुड़ा हुआ हो।

क्या आपको है खुद से छोटे उम्र के लड़के से प्यार? तो ‘लकी’ हैं आप, जानिये कैसे

ऐसा कहा गया है कि किसी भी स्त्री को दुष्ट पुरुष के साथ मेल-जोल नहीं बढ़ाना चाहिए। ऐसा करने वाली महिलाएं कभी भी भयंकर मुश्किल में फंस सकती हैं। दुष्ट व्यक्ति महिला का उपयोग अपने निजी स्वार्थ को पूरा करने के लिए कर सकता है। जो भी महिला ऐसे पुरुषों की संगत में रहती है, उसका स्वभाव भी वैसा ही हो जाता है। इसलिए ऐसी किसी स्त्री से सम्बन्ध नहीं रखना चाहिए, जो दुष्ट लोगों से सम्बन्ध रखती हो।

प्राचीन मान्यता के अनुसार हर व्यक्ति की वाणी में माता सरस्वती का निवास होता है। जो महिला मधुर वाणी का इस्तेमाल करती है, उससे माता सरस्वती हमेशा प्रसन्न रहती हैं। बुरे और कड़वी वाणी बोलने वाली महिला का स्वाभाव भी उसकी वाणी की तरह ही होता है। ऐसी स्त्री की वजह से घर का वातावरण खराब हो जाता है। इसलिए ऐसी महिला से भी शादी नहीं करना चाहिए।

शास्त्रों में देर तक सोना किसी अपराध से कम नहीं माना गया है। जो महिलाएं देर तक सोती हैं, वह परिवार की जिम्मेदारियों का अच्छे से निर्वहन नहीं कर पाती हैं। देर तक सोने वाले आलसी होते हैं और आलसी महिला कभी घर साफ़ नहीं रख सकती है। जो घर साफ़-सुथरा नहीं होता है, वहां दरिद्रता निवास करती हैं। देर तक सोने से कई बीमारियाँ होने का भी खतरा रहता है। इसलिए ऐसी किसी महिला से शादी नहीं करनी चाहिए जो आलसी हो।

Back to top button