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FB पर आई एक फ्रेंड रिक्वेस्ट ने बदली जिंदगी, कहानी सुन कर आप की आँखों में भी आ जाएंगे आंसू

आसाम: इंसान की जिंदगी जितनी सरल और स्पष्ट दिखाई देती है, हकीक़त में वह उतनी ही उलझी होती है. दुनिया में ऐसे बहुत सारे इंसान हैं, जो अपने दुखों को अपने भीतर ही छिपा कर रख लेते हैं. लेकिन जब उनके सबर का बाँध टूटता है तो वह ना चाहते हुए भी रो पड़ते हैं. कुछ ऐसा ही एक हैरानीजनक मामला हाल ही में हमारे सामने आया है. दरअसल, सोशल साइट्स ने एक बिछड़े भाई बहन को दोबारा मिलवा दिया. लेकिन, 25 साल बाद दोबारा मिलकर भी दोनों इतने मजबूर हैं कि एक दुसरे को केवल इंटरनेट पर ही देख सकते हैं, मगर मिल नही सकते. चलिए जानते हैं आखिर ये पूरा मामला क्या था-

दरअसल, यह पूरा मामला असम के धुबरी जिले का है. जहां एक हंसते खेलते परिवार में मोमिना नामक लड़की, उसका भाई और उसकी माँ, एक साथ रहते थे. पिता के जाने के बाद से ही मोमिना की मां जंगल में लकड़ी बीनने जाती थी. उसी काम को करके मोमिना के घर का गुजारा चल रहा था. जब भी मोमिना की मां जंगल में लकड़ियां बीनने के लिए जाती तो मोमिना भी उसका पल्लू पकड़ कर साथ ही निकल पड़ती.

एक दिन अचानक मोमिना की मां बीमार हो गई जिसके बाद घर की सारी जिम्मेदारी 12 वर्षीय मोमिना पर आ गई. मोमिना ने हिम्मत नहीं हारी और अपने भाई और मां की जिम्मेदारी के लिए उसने खुद जंगल जाना और लकड़ी बीनना शुरू कर दिया. धीरे-धीरे उसकी मां पहले से काफी अच्छी हो गई परंतु अब भी मोमिना अकेले ही जंगल जाती थी.

शुरू में सब ठीक चलता रहा लेकिन जैसे ही मोमिना 14 साल की हुई तो लोगो की गंदी नज़रें उस पर टिकने लगी. एक दिन ऐसा आया जब वह जंगल से वापस घर नहीं लौटी. मोमिना की मां ने उसको हर जगह तलाश किया लेकिन वह नहीं मिली. 2 दिन के बाद मोमिना की मां ने पुलिस को खबर की परंतु पुलिस ने भी उनकी कोई मदद नहीं की. मोमिना की मां ने पुलिस थाने के चक्कर कई महीनों तक काटे लेकिन उन गरीबों के किसी ने नहीं सुनी. धीरे-धीरे मोमिना की मां और भाई के आंसू सूख चुके थे और उन्होंने मोमिना से वापस मिलने की आस छोड़ दी.

मोमिना के बाद घर का सारा खर्च उसके भाई पर आ गया. मोमिना के भाई ने अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया ऐसे ही 25 साल गुजर गए. अब मोमिना के भाई की शादी हो चुकी थी साथ ही उसके बच्चे भी थे. एक दिन अचानक मोमिना के भाई को Facebook पर एक फ्रेंड रिक्वेस्ट आई . यह फ्रेंड रिक्वेस्ट मोमिना के बड़े बेटे  सैफियान की थी. अपने बेटे के मोबाइल में अपने भाई की तस्वीर देखकर मोमिना की आंखें भर गई.

धीरे-धीरे मोमिना ने अपने भाई से बातें करनी शुरू की और अपने बचपन की सारी बातें उसको याद दिलाई. आखिरकार एक दिन मोमिना का भाई भी उसे पहचान गया और दोनों की आंखें खुशी से नम हो गई. इसी बीच मोमिना ने अपने भाई को बताया कि जब वह 14 साल की थी तो जंगल जाते समय उसका अपहरण हो गया था. जिसके बाद उसे मानव तस्करी करने वालों को बेच दिया गया. लेकिन मोमिना की किस्मत अच्छी थी कि उसको पाकिस्तान के जिस आदमी ने तस्करों से खरीदा, वह उससे मोहब्बत कर बैठा और उसने मोमिना से शादी कर ली. मोमिना के उस शख्स से 3 बच्चे हैं.

लेकिन समय इतना बदल गया कि ना तो मोमिना अपने बीमार पति और बच्चों को छोड़कर भारत आ सकती और ना ही गरीबी के कारण उसका परिवार उससे मिलने पाकिस्तान जा सकता. फिलहाल यह दोनों परिवार राज्य सरकार से मिलने की मदद की गुहार लगा रहे हैं

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