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लालू को फिर से हुई सजा, क्या अब खत्म हो जाएगा लालू का राज-पाठ

बिहार: बिहार के दिग्गज नेता लालू प्रसाद यादव इन दिनों संकट में नजर आ रहे हैं। जी हां, लालू अपने आपको भले ही लाखों बार निर्दोष बताते हो लेकिन सच्चाई तो यही है कि कोर्ट ने उन्हें दोषी करार दिया है। बता दें कि लालू परिवार के पास अब सिर्फ उच्च न्यायालय का ही रास्ता बचा हुआ है। खबरों की माने तो लालू परिवार जल्द ही हाई कोर्ट जाने वाला है। आइये जानते है कि हमारी इस खास रिपोर्ट में क्या है?

बुधवार को चारा घोटाला के तीसरे केस में भी कोर्ट ने लालू को दोषी करार देते हुए 5 साल की सजा सुनाई है। जी हां, याद दिला दें कि इससे पहले चारा घोटाला के दो केस में लालू को 5 और 3 साल की सजा हो चुकी है। ऐसे में अब लालू की सजा 13 साल की हो चुकी है, जिसमें लालू ने अब तक अपनी सजा लगभग एक साल काट चुके हैं, ऐसे में अगर आकलन किया जाए तो 12 साल की सजा बचती है। लालू के सजा पर गौर किया जाए तो सबसे पहले यही सवाल आता है कि क्या लालू कभी जेल से बाहर आ पाएंगे? क्या लालू अपना राज पाठ फिर से संभाल पाएंगे?

चारा घोटाला के पहले केस में लालू की सजा

बता दें कि चारा घोटाला के पहले केस में सीबीआई कोर्ट लालू यादव को  23 सितंबर, 2013 में दोषी माना, जिसके बाद मामलेंं में 5 साल की सजा सुनाई गई। बता दें कि इस केस में लालू पर जेल के साथ उन पर 25 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया था, जिसके बाद लालू जेल में बंद थे, लेकिन दिसंबर में ही लालू को जमानत मिल गई थी।

चारा घोटाला के दूसरे केस में लालू की सजा

हाल ही में चारा घोटाला से जुड़े दूसरे केस में लालू यादव को 23 दिसंबर रांची की विशेष सीबीआई अदालत ने दोषी माना, जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया, फिर इसके बाद 6 जनवरी 2018 को कोर्ट ने उन्हें साढ़े तीन साल की सजा के साथ ही 5 लाख का जुर्माना लगाया, तब से लेकर अब तक लालू प्रसाद यादव जेल में बंद हैं।

चारा घोटाला के तीसरे केस में लालू की सजा

बता दें कि बुधवार को तीसरे केस में 5 साल की सजा मिलने के बाद ये बढ़कर साढ़े 13 हो गई है, जिसमें से अभी तक लालू ने तकरीबन एक साल की सजा काट चुके हैं, जिसके बाद लालू को 12 साल से ज्यादा जेल में रहना है। इस दौरान अगर लालू को उच्च न्यायालय से कोई राहत नहीं मिली तो लालू आगामी 2019 का लोकसभा चुनाव की रणनीति भी जेल में ही बनाएंगे।

बता दें कि लालू यादव को अगर जमानत नहीं मिली तो लालू का राजनैतिक करियर यही समाप्त होता दिख रहा है, क्योंकि आगामी दो लोकसभा चुनाव तक तो लालू जेल में ही रहने वाले हैं, ऐसे में यहां यह कहना गलत नहीं होगा कि पार्टी की कमान जल्द ही लालू के बेटे तेजस्वी को सौंपी जा सकती है।

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