स्वास्थ्य

इन सात रोगों में फायदेमंद होता है धनिया पाउडर, बड़ी आसानी से करता है रोगों का इलाज

भारत को अगर मसालों का देश कहा जाये तो यह गलत नहीं होगा। भारत के मसाले पूरी दुनिया में प्रसिद्द हैं। मसालों का उपयोग ना केवल खाने का स्वाद बढाने के लिए किया जाता है बल्कि ज्यादातर मसालों का इस्तेमाल आयुर्वेदिक औषधियों के रूप में भी किया जाता है। सदियों से मसालों का उपयोग आयुर्वेदिक औषधि के रूप में किया जाता रहा है। कई भयंकर रोगों का इलाज मसाले से ही हो जाता है। इसी तरह का एक मसाला है धनिया। भारत में धनिये का इस्तेमाल खाने में खुशबू बढ़ाने के लिए क्या जाता है।

इसके बिना किसी भी खाने में स्वाद अधूरा ही रह जाता है। धनिये के इस्तेमाल से खाने को लजीज तो बनाया ही जाता है, साथ ही सूखी धनिया सेहत के लिए भी बड़ा फायदेमंद होता है। धनिया फाइबर, कैल्शियम और एंटीऑक्सिडेंट गुणों से भरपूर होता है। इसकी तासीर ठंढी होती है, इस वजह से यह पेट के इन्फेक्शन, एसिडिटी और शरीर की जलन को दूर करने में सहायक होता है। इसके साथ ही इसके सेवन से बवासीर, यूरिन इन्फेक्शन, ब्लड शुगर और पेट की जलन की समस्या दूर हो जाती है। यूरोप के कई देशों में धनिये के पौधे को एंटीबायोटिक पौधे के रूप में जाना जाता है।

धनिये के इस्तेमाल से होने वाले फायदे:

धनिया पाउडर में थोड़ा काला नमक और चुटकीभर हिंग डालकर पानी के साथ लें। इसके सेवन से पेट दर्द, उल्टी, अपच, दस्त, गैस और कब्ज की समस्या दूर हो जाती है। धनिये के पाउडर का इस्तेमाल चाय बनाते समय भी किया जा सकता है।

यह बैक्टीरिया फ़ूड पॉइजनिंग के लिए जिम्मेदार होता है। अगर आप खाने में थोड़े से धनिये के पाउडर का इस्तेमाल करते हैं तो आपको इस घातक बैक्टीरिया से डरने की जरुरत नहीं है।

धनिया पाउडर शुगर की मात्रा को कम करता है और इन्सुलिन की मात्रा को बढ़ाता है। इससे शरीर में ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है और व्यक्ति कई घातक बीमारियों से बचा रहता है। इसलिए धनिया का इस्तेमाल हर व्यक्ति को अवश्य करना चाहिए।

कई लोगों को यह समस्या होती है कि लाख कोशिश करने के बाद भी पेशाब नहीं आती है। अगर आप भी इस समस्या से ग्रसित हैं तो सुखा धनिया,मिश्री, आँवला, गोखारो और पुनार्न्वा की जड़ को एकसाथ पीस लें। हर रोज सुबह-शाम इस चूर्ण का सेवन करने से पेशाब ना आने की समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाती है।

अगर आप भी पेट की जलन से परेशान हैं तो जीरा, बेलगिरी, नागरमोथा समान मात्रा में पीस लें। हर रोज इस चूर्ण को पानी के साथ एक-एक चम्मच लें। कुछ ही दिनों में पेट की जलन से रहत मिल जाएगी।

हर रोज धनिया का इस्तेमाल करने से संक्रमण रोगों से भी बचाव होता है। रोजाना धनिया का सेवन करने से पेट के कीड़े और बैक्टीरिया मर जाते हैं। इससे पेट को ठंढक भी मिलती है।

रात के समय धनिया पाउडर और आंवला पाउडर की 10-10 ग्राम मात्रा को पानी में भीगो दें। सुबह इसे पीने से कमजोरी और चक्कर आने की समस्या से रहत मिल जाएगी।

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