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79 वर्षीय ये महिला हैं अभी तक कुंवारी, शादी ना करने की वजह जानकर आप भी चौंक जाएंगे

पुणे: हमारे भारतीय समाज में शादी को लेकर कई तरह के रीति-रिवाज बनाए गए हैं.  ऐसे में यह सदियों से रीति चलती आ रही है कि शादी के बाद हर लड़की को अपना घर छोड़ कर अपने ससुराल जाना ही पड़ता है.  लड़का और लड़की एक दूसरे का सहारा होते हैं इसलिए दोनों की शादी एक ना एक दिन होना तय है.  ऐसे में कोई लड़का या लड़की किसी कारण अगर शादी करने से इंकार कर देते हैं या फिर किसी की शादी नहीं हो पाती तो समाज में उनको नीच समझा जाता है और चरित्रहीन समझा जाता है.

परंतु, अब समय के साथ-साथ लोगों की मानसिकता और सोच में बदलाव आ रहा है.  आज की पढ़ी-लिखी युवा पीढ़ी शादी के बगैर जीने में भी कोई हर्ज महसूस नहीं करती.  ऐसे में आज हम आपको एक ऐसी महिला से मिलवाने जा रहे हैं,  जिनकी उम्र अभी 79 साल की है लेकिन अभी तक उन्होंने शादी नहीं की.  और आपको यह जानकर हैरानी होगी कि शादी ना करने के बावजूद भी इस महिला को किसी प्रकार का कोई दुख नहीं है और ना ही कोई पछतावा.  Facebook पर मौजूद “ह्यूमन ऑफ इंडिया” पेज ने पुणे के रहने वाली इस महिला के बारे में चर्चा की है.  जिसके बाद से ही यह महिला सुर्खियां बटोर रही हैं.

जब इस महिला से इनके शादी ना करने की वजह पूछी गई तो इन्होंने बड़ी खुशी से जवाब दिया कि वह अपनी शादी ना करने के फैसले से बेहद खुश हैं और इस बात पर उन्हें अपने आप पर गर्व भी है.  पुणे की रहने वाली इस महिला ने बताया कि वह अपनी जिंदगी को अपने तरीके से जीना चाहती थी और ऐसा उन्होंने किया भी.  महिला ने बताया कि उन्होंने वह हर काम किया जो उनका दिल उनसे करने को कहता था.  एक रिपोर्ट के अनुसार इस महिला ने बताया कि उनके शादी ना करने की वजह यह थी कि उनके जमाने में लड़का चाय पीने के बहाने लड़की पसंद करने आया करता था.

मिली जानकारी के अनुसार महिला ने बताया कि चाय पीने के बहाने लड़की पसंद करने की बात उन्हें बिल्कुल भी पसंद नहीं थी.  आखिरकार एक दिन उन्होंने हिम्मत दिखाते हुए अपने पिता से साफ-साफ कह दिया कि ” मैं इस तरह के लड़के से शादी हरगिज़ नहीं कर सकती”.  उनके पिता ने भी इस बात में उनका पूरा साथ दिया और उनको शादी के लिए दबाव नहीं डाला.  महिला ने बताया कि इसके बाद अक्सर मैं अपने चाहने वालों से भी मिला करती थी जिसके बाद भी उनके पिता ने उन पर कोई पाबंदी नहीं लगाई.  इसी बीच उन्होंने कई प्रकार के सामाजिक संपर्क बना लिए थे.

आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि यह महिला पिछले 16 साल से अपनी मर्जी से ट्रैफिक नियंत्रित करने में लगी हुई है.  जब उनसे इस काम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि पुणे में ट्रैफिक की हालत काफी खराब है इसलिए मैं पुलिस की मदद करना चाहती थी.  महिला ने बताया कि इसी बीच में “निराधार” संस्था के साथ जुड़ गई उस साल 2000 में उन्होंने “स्कूल गेट वालंटियर्स” नामक  एक योजना की भी शुरुआत की.

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