दिलचस्प

सांप की तरह हर 45 दिन में केचुआ बदलती है ये ‘स्नेक गर्ल’,इस की असलियत जान कर हैरत में पड़ जाएंगे

इस दुनिया में लोग सबसे अधिक सांपो से डरते हैं.  हालांकि इस बात को सभी जानते हैं कि हमारे देश में केवल 10 ही ऐसे सांप है जो जहरीले हैं.  परंतु फिर भी सांपों की दहशत सबसे अधिक है.  सांप का काटा भले नहीं मरता लेकिन, सांप की दहशत से पड़े दिल के दौरे से अधिकतर लोग मर जाते हैं.  खैर यह तो बात थी सांपों की.  परंतु क्या आपने किसी इंसान को सांप बनते देखा है? दरअसल,  मध्य प्रदेश के  एक राज्य से अजीबोगरीब खबर हमारे सामने आई है. जहां, एक शालिनी नामक इस लड़की का लुक सांप की तरह है. लोगों ने उस बच्ची का नाम भी “स्नेक गर्ल” रख दिया है. आपको ये बात भले मजाक लग रही होगी लेकिन, एक बिलकुल सच्ची घटना है. जैसे सांप कुछ ही हफ्तों में अपनी त्वचा छोड़ कर नई त्वचा धारण कर लेटा है, ठीक वैसे ही शालिनी भी हर छह हफ्तों में अपनी त्वचा छोड़ कर नई त्वचा धारण कर लेती है. केवल इतना ही नहीं बल्कि, शालिनी को चेहरे को देख कर बहुत सारे बच्चे भी डर जाते हैं.  बहरहाल, चलिए शालिनी के इस चेहरे की हकीकत को जानते हैं…

 

दरअसल, यह मामला मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले का है.  यहां 16 वर्षीय शालिनी यादव नाम की एक लड़की को लोग स्नेक गर्ल के नाम से पहचानते हैं.  शालिनी के सांप लुक की असली वजह एक घातक बीमारी है.
मिली जानकारी के अनुसार शालिनी को एरिथ्रोडर्मा नाम की बीमारी है.  कहां जाए तो यह बीमारी त्वचा संबंधित एक रोग है.  आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि इस बीमारी में अक्सर त्वचा सख्त हो जाती है और धीरे-धीरे इंसान का शरीर सांप की तरह दिखने लगता है.  शालिनी के पिता राजबहादुर एक दिहाड़ीदार मजदूर है जबकि उसकी माँ देव कुंवर एक समुदाय केंद्र में काम करती है.

शालिनी को अपनी स्किन सख्त होने से बचाने के लिए उसका हर घंटे में नहाना अनिवार्य है.  विशेषज्ञों के अनुसार इस बीमारी को रेड मैन सिंड्रोम भी कहा जाता है.  एक रिपोर्ट के अनुसार शालिनी का शरीर हर 45 दिन के बाद अपनी त्वचा छोड़ देता है और यह एक लाइलाज बीमारी है. इस बीमारी का इलाज ढूँढने में अभी तक कोई भी डॉक्टर कामयाब नहीं हो पाया है.

आपको यह जानकर दुख होगा कि शालिनी एक बहुत ही गरीब परिवार की लड़की है जिसके कारण उसका परिवार उसका इलाज कराने में असमर्थ है.  जब शालिनी का दर्द लोगों ने जाना तो उन्होंने काफी बड़े बड़े अस्पतालों को उसकी बीमारी के लिए सूचित किया.  जिसके बाद अब स्पेन का विक्टोरिया यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल शालिनी का इलाज करने को तैयार हो गया है.
फिलहाल शालिनी के परिवार को एक उम्मीद की किरण नजर आ रही है जिससे वह सब काफी उत्साहित है.  एक रिपोर्ट के अनुसार शालिनी हाल ही में अपने पिता के साथ स्पेन के लिए रवाना हो चुकी है.अभी ये तय करना मुश्किल है कि स्पेन के डॉक्टर शालिनी का इलाज करने में कितने सक्षम हो पाएंगे.

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