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जानिए, आर्म्ड फोर्स के सैनिकों के बाल हमेशा छोटे क्यों होते हैं

आर्मी से लेकर सिपाही तक, कमांडो से लेकर सेना के अधिकारियों तक को आपने  देखा होगा। सभी की वर्दी एक जैसी होगी, शक्लें भलें अलग हों। प्रांत और प्रदेश के साथ यूनिट भी अलग हो। लेकिन एक चीज समान होती है। वो हैं उनके बाल, आपने सभी फोर्सेज के जवानों को देखा होगा कि उनके बाल छोटे छोटे हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सिपाही या सैनिकों के बाल हमेशा महीन क्यों होते हैं। क्या आर्मी या फोर्सेज में एक जैसी कटिंग क्यों कराई जाती है। अगर नहीं सोचा तो आज हम आप को बताते हैं।

नौजवान लड़के जब भी सेना या किसी आर्म्ड फोर्स में जाते हैं,तो पूरे घने बालों के साथ भर्ती होते हैं, लेकिन ट्रेनिंग में जाते ही उनके बालों के साथ वो किया जाता है जो उन्होने सपने में भी नहीं सोचा होता। किसी भर्ती सेंटर में जाइए तो सभी एक ही हेयर स्टाइल में नजर आएंगे। अब सवाल उठता है आखिर सैनिक के बाल हमेशा छोटे क्यों होते हैं। सैनिकों को किसी भी वक्त युद्ध में जाना पड़ सकता है। ऐसे में जंगलों पहाड़ो में उनको ज्यादा समय बिताना पड़ता है। ऐसे में उन्हे सिर पर हेलमेट और कई प्रकार के सुरक्षा गैजेट्स पहनने होते हैं। ऐसे में अगर उनके बाल बड़े होंगे तो गैजेट पहनने में दिक्कत होगी, साथ ही बाल बड़े होंगे तो गर्मी भी ज्यादा लगती है।

कई बार जब सैनिक बंदूक से निशाना लगाते हैं, तो उन्हें शांति और स्थिर रहने की जरूरत पड़ती है। ऐसे में अगर जरा सी भी हवा चली और बाल आंखों में आ गया तो निशाना चूकने के आसार बढ़ जाते हैं। इसलिए बालों को जितना महीन कराया जा सकता है सैनिक कराते हैं। इसके अलावा एक कारण ये भी है की आज नई तकनीकी की बंदूके आ गई हैं। जिसमें अगर एक बाल फंस गया तो बंदूक खराब हो सकती है। ऐसे में अधिकारी भी सैनिकों के बालों में बराबर नजर रखते हैं।

सैनिकों को कई स्थितियों से गुजरना पडता है। जैसे बरसात, नदी, नालों आदि से। ऐसे में छोटे बाल बहुत काम आते हैं। छोटे बाल जल्द ही सुख जाते हैं, जिससे भीगने के बाद  सर्दी जुकाम होने की आशंका कम रहती है। छोटे बाल रखने से इन खतरों से बचा जा सकता है इसलिए सैनिकों को हमेशा छोटे बाल रखने होते हैं।

कई बार सैनिकों को विशेष परिस्थितियों में कई दिनों तक पानी और नहाने के लिए नहीं मिलता। जिसकी वजह से बालों में इंफेक्शन हो सकता है। इसलिए बालों को छोटा रखा जाता हैं जिससे वह किसी प्रकार के इंफेक्शन से बचे रहें। इसके अलावा सैनिकों का दुश्मनों से आमना सामना भी अगर हो जाता है तो हमलावर बाल पकड़कर  सैनिक को घुटने टेकने में मजबूर कर सकता है। इसलिए बालों को इतना छोटा रखा जाता है। ताकी दुश्मन सैनिकों का बाल भी बांका न कर सके।

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