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ख़बर आ रही है ‘दूसरी नोटबंदी’ की तैयारी में हैं मोदी, तो जानिए अब क्या बंद करने वाले हैं मोदी?

नई दिल्ली – करीब एक साल पहले जब देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को नोटबंदी का फैसला बताया था तो सभी के मन में बस यही सवाल था की इससे क्या होगा और सरकार इसके जरिए करना क्या चाहती है। लेकिन, आज एक साल बाद अब सभी को नोटबंदी के फायदे धीरे धीरे ही सही देखने को मिल रहे हैं। पीएम मोदी के नोटबंदी के साहसिक व ऐतिहासिक फैसले से एक ओर कालेधन पर लगाम लगा है तो वहीं दूसरी ओर डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा मिला है। लेकिन, अब ऐसी खबरे सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं कि पीएम मोदी नोटबंदी के 1 साल बाद फिर से ‘दूसरी नोटबंदी’ की तैयारी में हैं।

सोशल मीडिया पर इन दिनों ऐसी खबरे चलाई जा रही हैं कि मोदी सरकार जल्द ही एक नया क़ानून लागू करने जा रही है। लोगों ने इस नए कानून को  ‘दूसरी नोटबंदी’ कहा है। दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोदी सरकार फाइनेंशियल रेज़ोल्यूशन एंड डिपॉज़िट इंश्योरेंस बिल (FRDI) लाने की तैयारी में है। इसी खबर को लेकर सोशल मीडिया पर इस कानून को ‘दूसरी नोटबंदी’ कहा जा रहा है। ऐसी बातें कि जा रही हैं कि इस बिल के पास होने के बाद बैंकों के दिवालिया होने पर बैंक में रखा जमाकर्ताओं का पैसा भी डूब जायेगा।

गौरतलब है कि, अभी के नियम के मुताबिक, किसी सरकारी बैंक दिवालिया होने पर सरकार को जमाकर्ताओं को कम से कम एक लाख रुपये लौटाना अनिवार्य है। इसी कानून को लेकर सोशल मीडिया में ऐसी बातें चल रही हैं कि अगर ये कानून लागू हुआ तो यह मोदी सरकार की दूसरी नोटबंदी होगा, जिसका असर नोटबंदी के जैसा ही देश के हर नागरिक पर पड़ेगा।

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दरअसल, कहा जा रहा है कि इस कानून के लागू होने से बैंक को अगर इतना घाटा हो कि वह दिवालिया हो जाये या होने की कगार पर आ जाये तो बैंक आम लोगों के जमा पैसे अपने नुकसान की भरपाई करके ख़ुद को बचायेगा। लेकिन आपको बता दें कि ऐसा नहीं है। इस कानून के लागू होने पर ऐसा नहीं होने वाला। हां, इतना जरुर है कि बैंक दिवालिया होने जमाकर्ता के पैसे को कुछ वक्त के लिए रोक सकता है। लेकिन, वो पैसा वापस आपको मिल जायेगा।

इस कानून को लेकर लोगों में डर की असली वजह नोटबंदी है। दरअसल, नोटबंदी के बाद से लोग ऐसा सोचने लगे हैं कि कोई भी फैसला उनको प्रभावित कर सकता है। इस तरह की अफवाहों को गलत बताते हुए देश के वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक ट्वीट भी किया है। उन्होंने लिखा है – “एफ़आरडीआई इंश्योरेंस बिल को लागू करने से सरकार का उद्देश्य वित्तीय संस्थानों और जमाकर्ताओं के हितों की रक्षा करना है।” यानि ‘दूसरी नोटबंदी’ की ख़बर पूरी तरह से अफवाह है।

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