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लड़का लड़की में हुआ ऑनलाइन प्यार, और फिर कर दिया लड़की ने ऐसा काम…

आज तकनीकी विभाग में बढ़ोतरी होने की वजह से परिवार में रिश्तेदारों की जगह मोबाइल ने ले ली है. अब जिंदगी के सारे महत्वपूर्ण फैसले भी मोबाइल पर ही होते हैं, चाहे किसी नौकरी का मामला हो या रोजगार का, मोबाइल इन सभी समस्याओं को चुटकियों में हल कर देता है. लेकिन आज बात करेंगे डिजिटल शादी के बारे में, सुनकर चौंकिए मत! यह बिल्कुल सच है जिस तरह फ़ोन लोगो की जिंदगी के बड़े फैसले ले रहा अब जीवनसाथी का फैसला भी मोबाइल के जरिये होने लगा है. कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है. जहाँ सिद्धार्थनगर में एक लड़की ने मात्र फोन से बात करने पर लड़के को पति मान लिया और तय की हुई शादी से इनकार कर दिया.  इस प्यार के अंजाम को जानकर आप भी आश्चर्य में पड़ जाएंगे. तो चलिए जानते हैं आखिर पूरी ख़बर क्या है…

तय हो चुकी थी शादी

खबर के मुताबिक कटेश्वरनाथ में रहने वाली खुश्बू की शादी कुछ दिनों पहले ही नजदीकी गाँव महथा में रहने वाले राजकमल के साथ तय की गई थी. विवाह के लिए शुभ मुहूर्त 18 तारीख को रखा गया पर अगले ही कुछ दिनों में दोनो पक्षों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा होने लगा जिसके बाद उनकी शादी टूट गयी. जबसे शादी तय हुआ था खुश्बू अपने होने वाले पति के साथ फ़ोन पर बात करने लगी थी. आप समझ सकते हैं कि आज के युवा शादी से पहले ही कितने तरह के सपने संजो लेते हैं खुश्बू के साथ भी ऐसा ही हुआ. दोनो फ़ोन पर बात करते-करते ही एक दूसरे को समझने लगे थे. उसने ठान लिया था कि उसका पति अब राज कमल ही बनेगा पर ये क्या खुश्बू के घरवालों ने तो उसकी शादी किसी और से करने की सोच रखी है.

लड़की शादी से पहले ही ससुराल पहुच गयी

जब नए रिश्ते की बात चलने लगी और इसकी भनक खुश्बू को भी लगी तो वह घबरा गई. अपनी आंखों के सामने संजोए हुए सपनो को चूर-चूर होते नही देख सकती थी. अगले दिन खुश्बू राजकमल के घर पहुच गयी और उसके परिजनों को शादी के लिए मनाने लगी. उसने अपने घरवालों की तरफ से माफी भी मांगी और कहा कि, ” मैं राजकमल से प्यार करती हूं और उसी से शादी करूंगी”. खुश्बू का प्यार देख लोगो की आंखें खुल गयी, जिसके बाद गांव वाले भी खुश्बू के प्यार का समर्थन करने लगे. आखिरकार लड़के के घरवालों को उनके प्यार के सामने घुटने टेकने ही पड़े और अंत में वह इस शादी के लिए राजी हो गए.

लड़की की मिन्नतों के बाद लड़के के घरवालों ने उनके प्यार को मंजूरी दे दी और उसी दिन सर्वसम्मति के साथ दोनो एसडीएम कोर्ट पहुँच गए. वहां जनता के सामने खुश्बू ने कहा – “मैं बालिग हूँ और मुझे अपने लायक समझदार जीवनसाथी चुनने का पूरा हक है. इसलिए मैं होशोहवास में राज को अपना पति स्वीकार करती हूँ”. वाकई यह पल खुशी से भरा हुआ था क्योंकि लोग तालियां बजा रहे थे. यह प्रेम विवाह लोगो के लिए प्रेरणा बन गया.

किसी ने सच ही कहा है अगर प्यार सच्चा हो तो कोई जुदा नही कर सकता बल्कि आखिरी में प्यार की ही जीत होती है.

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