अध्यात्म

सपनों में दिखें भगवान तो भूल कर भी न करें ऐसा, वरना बनता काम जाएगा बिगड़

सपने देखना आम बात है ..हां पर उनका याद रह जाना थोड़ा मुश्किल होता है और जब हमें अपने रात के सपने याद रह जाते हैं तो अक्सर हम उसका जिक्र उठने के बाद किसी से कर ही देते हैं पर क्या आपको पता है ऐसा करना आपके लिए बिल्कुल भी ठीक नही है। खासकर एक विशेष संदर्भ में देखे गए सपने को उजागर करना आपके हित में नही है। आज हम आपको यही बताने जा रहे हैं किस प्रकार के सपने को किसी शेयर नही करना चाहिए और क्यों ?

अगर सपने हो जाए ईश्वर के दर्शन

जिस क्षण किसी भी जीव के शरीर में आत्मा रहते हुए परमात्मा के दर्शन कर लेती है, तो वह ये जान लेती है कि उसका रिश्ता इस समूचे संसार में सिर्फ एक परमात्मा से ही है। यदि मनुष्य की आत्मा को ऐसे दर्शन होते हैं तो वह उसके जीवन का एक सुखद व सौभाग्यशाली क्षण होता है।अक्सर आपको भी कई बार निद्रा की अवस्था में यह सौभाग्य प्राप्त होता है। लेकिन सुबह उठते ही अक्सर हम ये सपने अपने दोस्तों या परिवार के बड़ों से शेयर कर देते हैं। लेकिन ऐसा माना जाता है कि जब कभी आपको स्वप्न में ईश्वर के दर्शन हों तो उसे किसी को न बताएं। इन अनुभवों को मनुष्यों को अपने भीतर गुप्त ही रखना चाहिए।

क्यों नही बताना चाहिए ऐसे सपने के बारे में किसी को

हर जीव में रहने वाली आत्मा उस परमेश्वर का रूप है ऐसे में जीवित रूप में अगर हमें ईश्वर के दर्शन होते हैं तो इसका मतलब है कि प्रकृति हमसे संचार यानि बात करने की कोशिश कर रही है ,वो अपना को ई संदेश हम तक पहुचाना चाहती है । सपने के माध्यम से अक्सर ये संचार किया जाता है लेकिन हम अंजाने में ही इस संचार को तब बाधित कर देते हैं जब इसके बारे में किसी को बता देते हैं। असल में ईश्वर की कृपा से ही ऐसा सपना हमें दिखता है और इसका विशेष अभिप्राय होता है जो कि भविष्य में दिख सकता है पर चूंकि हम उत्साह में इसके बारे में लोगों से बता देते हैं तो उस स्वप्न से मिलने वाला फल व्यर्थ हो जाता है। क्योंकि ईश्वर कई सारे जीवों में से हमें चुनकर अपना संदेश देना चाहते हैं पर हम उनके संदेश को बिना समझे ही दूसरे लोगों से बताने लगते हैं तब ईश्वर भी हमारे इस कृत्य से नाराज हो जाते हैं और जहां हमे कोई शुभ फल मिलने की संभावना होती है वो बिल्कुल ही खत्म हो जाती है ।

ऐसे में आगे से जब भी आपको सपने में अपने इष्ट देव या भगवान का किसी भी रूप में दर्शन हो तो फिर इस सपने के बारे में किसी से जिक्र ना करें ..बल्कि स्वयं ही इस सपने और भगवान के विशेष अभिप्राय को समझने की कोशिश करें। क्योंकि आपको ये समझना होगा कि यदि आपने अपने सपने मे भगवान को देखा है तो इसका मतलब है कि  आप उन लोगों में से सबसे अलग हैं जो ईश्वर की पसंद की गिनती में आते हैं। प्रकृति आप से अगर संचार की कोशिश कर रही है तो निश्चित रूप में इसका कुछ तो अभिप्राय होगा ..जरूरत है उस विशेष अभिप्राय को समझने की ना कि इस तरह के सपनों को लोगों से शेयर करने की ।

 

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