राजनीति

देखिए, प्रद्युम्न के बिना ये कैसा हो गया उसके माता-पिता का हाल, बयां किया अपना दर्द

गुरुग्राम – गुरुग्राम के नामी-गिरामी स्कूल रायन इंटरनेशल स्कूल के एक मासूम बच्चे प्रद्युम्न की हत्या को शायद कुछ लोग अब भूल भी गए हो, लेकिन अपने 7 साल के मासूम को खोने वाले माता-पिता के लिए यह कभी न भूलने वाला सदमा है। इस हत्याकांड ने प्रशासन से लेकर सरकार तक सबकी खामियों को उजागर कर दिया था। आपको याद दिला दें कि कि हत्या के कुछ ही घंटों में बस कंडक्टर, बस ड्राईवर और स्कूल के ही एक स्टाफ को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन, वह भी कुछ दिन बाद अपने बयान से पलट गया और मीडिया के सामने खुद को बेगुनाह बताने लगा। इसके बाद मामले को उलझता देख जाँच सीबीआई को सौंपनी पड़ी। सीबीआई अपनी जाँच कर रही है। इसी बीच प्रद्युमन के पिता ने इतने दिनों बाद सामने आकर अपना हाल बयाँ किया है।  

प्रद्युम्न की बहन को दिलाया दूसरे स्कूल में एडमिशन

प्रद्युम्न अब हमारे बीत नहीं रहा। उसकी मां ज्योति और पिता वरुण आज भी लाडले को इंसाफ दिलाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। प्रद्युमन के पिता ने हाल ही में एक न्यूज चैनल से बातचीत में बताया है ही उन्होंने प्रद्युम्न की बहन विधि का एडमिशन किसी और स्कुल में करा दिया है। 8 सितंबर की घटना के बाद से विधि रेयान इंटरनेशनल स्कूल में जाना ही नहीं चाहती। पिता वरुण के मुताबिक उन्होंने विधि का एडमिशन किसी दूसरे स्कूल में करा दिया गया है और इस स्कूल के बारे में किसी को नहीं बताया है। प्रद्युमन के माता-पिता को आज भी अपने लाड़ले के कत्ल का सच जानने का इंतजार है।

माँ की गुहार, मेरे बच्चे को इंसाफ दिला दो

वहीं प्रद्युम्न की मां ज्योति ठाकुर ने गुहार लगाते हुए अपने बच्चे के लिए इंसाफ मांगा है। उन्होंने ने बताया ति प्रद्युम्न की मौत के बाद अब तक उनके परिवार को कोई भी सदस्य स्कूल की तरफ नहीं आता। ज्योति के मुताबिक, प्रद्युम्न के साथ पढ़ने वाले स्कूल के दूसरे बच्चों के मां-बाप उनसे मिलने आए थे। लेकिन स्कूल से अभी तक कोई भी न उनसे मिलने आया और न ही किसी ने उन्हें फोन किया है। ज्योति ने आगे कहा – मैं बस मेरे बच्चे के साथ जो हुआ उसका कारण जानना चाहती हूं। वो चाहती हैं कि उनके बच्चे को इंसाफ मिले। ज्योती के मुताबिक, 8 सितंबर का दिन उनकी जिंदगी का सबसे खराब दिन था।

प्रद्युम्न के पिता ने यहां तक कहा है कि मैं कई बार ये तक सोचता हूं कि उस दिन प्रद्युम्न की तबीयत ही क्यों नहीं खराब हो गई।

सीबीआई कर रही है प्रद्युम्न हत्याकांड की जाँच

आपको बता दें कि पुलिस के मुताबिक आरोपी बस कंडक्टर ने सात साल के प्रद्युम्न के साथ पहले यौन शोषण की कोशिश की थी जिसमें नाकाम होने के बाद उसने उसकी हत्या कर दी थी। हालांकि, ये मामला इतना सीधा और साफ दिखाई नहीं पड़ रहा जितना की पुलिस ने दावा किया है।

पुलिस का मानना है कि असली गुनाहगार बस कंडक्टर है और इसमें थोड़ी बहुत गलती स्कूल प्रशासन की है। लेकिन जब से ये मामला सीबीआई के हाथ में आया है रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। हालांकि, सीबीआई के हाथ भी अभी तक कोई पुख्ता सुराग नहीं लगा है, फिऱ भी सीबीआई ने इस मामलों को परत दर परत उकेरना शुरु कर दिया है।

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