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दरवाजे पर पहुँचे दुल्हे से शादी करने से माना कर दिया दुल्हन ने, वजह जानकर हो जायेंगे हैरान

चंडीगढ़: भारत में शादियों का बहुत ही ज्यादा महत्व होता है। यहाँ शादियों का एक धार्मिक महत्व भी होता है। यहाँ शादियों को एक संस्कार के रूप में माना जाता है। हर धर्म में शादी के अपने कुछ अलग-अलग नियम-कानून है। भारत में शादियाँ शुभ लग्न और विशेष तिथि को ध्यान में रखकर की जाती हैं। आजकल भारत में शादियों का मौसम शुरू हो चुका है। जगह-जगह शादियों के ढोल बजते हुए सुने जा सकते हैं।

यहाँ शादियाँ बड़े ही धूम-धाम से होती हैं। शादियों की रौनक देखकर एक अलग प्रकार की ख़ुशी होती है। जिसकी शादी होती है, उसके मन में अलग लड्डू फूट रहा होता है। वह शादी के सपने कई दिनों से पाने मन में संजोये रहता है। तरह-तरह की बातें उसके मन में अपनी शादी को लेकर चलती रहती है। भारत में आज भी शादियाँ परिवार वालों की मर्जी से होती हैं। हालांकि इसमें थोड़ी छूट मिल चुकी है।

बिना शादी किये ही लौट आये बाराती:

पहले की तरह अब एक दुसरे को बिना देखे शादी करने का चलन धीरे-धीरे ख़त्म हो रहा है। एक तरह से यह ठीक भी है। इससे बाद में होने वाली परेशानियों से बचा जा सकता है। अभी कई जगहों पर लड़का-लड़की एक दुसरे को बिना देखे ही शादी कर लेते हैं। कई बार इसका बहुत भयावह परिणाम भी भुगता पड़ता है, जैसे इस लड़के को भुगतना पड़ा। हाल ही में एक ऐसी घटना पंजाब के माछीवाडा के एक गाँव में देखने को मिली है। वहाँ की एक दुल्हन ने शादी करने से माना कर दिया और बारात ऐसे ही लौट गयी।

लड़का लगा अचानक जोर-जोर से काँपने:

दरअसल प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार को होशियारपुर के एक गाँव से बारात बड़े धूम-धाम से माछीवाडा के एक गाँव में पहुँची। बारात पहुँचने के बाद दूल्हा रिबन काटकर सहेलियों के साथ अन्दर जाने लगा, तभी वह जोर-जोर से काँपने लगा। इसके बाद लड़की वालों को शक हुआ कि लड़का की गंभीर बीमारी का शिकार है। जब इसका पता दुल्हन को चला तो उसनें दुल्हे को पास से देखकर माना कर दिया। दुल्हे के परिवार वालों ने बताया कि लड़का कई दिनों से बीमार चल रहा था, इसलिए वह कांपने लगा।

लड़की ने दुल्हे की हालत देख, कर दिया शादी से माना:

इसके बाद डॉक्टर को बुलाकर लड़के का चेकअप करवाया गया तो बुखार बहुत ज्यादा था। इसके बाद लड़की ने शादी करने के माना कर दिया और दोनों पक्षों में इसको लेकर तकरार शुरू हो गयी। पुलिस को जब इस घटना के बारे में पता चला तो मौके पर सहायक थानेदार मानसिंह पहुंचे। लड़की ने पंचायत और पुलिस के सामने यह कहा कि वह लड़के से विवाह नहीं करेगी। पुलिस की मौजूदगी में ही दोनों पक्षों में समझौता हो गया। बारात में आये लोगों को भूखे-प्यासे ही वापस जाना पड़ा।

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