बॉलीवुड

कभी बने कैलेंडर तो कभी बूट पॉलिश करने वाला और 500 रुपये फीस..जानें सतीश कौशिक के 9 अनकहे किस्‍से

बॉलीवुड इंडस्ट्री के दिग्गज अभिनेता सतीश कौशिक अब इस दुनिया को हमेशा हमेशा के लिए अलविदा कह कर जा चुके हैं। जैसे ही सतीश कौशिक के निधन की खबर सामने आई, उसके बाद बॉलीवुड में शोक की लहर दौड़ गई। 66 साल के सतीश कौशिक का निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ था। भले ही अब सतीश कौशिक हमारे बीच में नहीं रहे, परंतु वह हमेशा अपने फैंस के दिलों में जिंदा रहेंगे।

सतीश कौशिक एक बेहतरीन अभिनेता थे। उनकी कॉमेडी लोगों को बहुत पसंद आती थी। एक्टिंग के बाद उन्होंने डायरेक्शन में भी हाथ आजमाया और इसमें भी उन्हें कामयाबी हासिल हुई। सतीश कौशिक ने अपने फिल्मी करियर में कई तरह के रोल निभाए और उन्होंने अपने हर किरदार से दर्शकों का दिल जीत लिया। आज हम आपको सतीश कौशिक से जुड़े हुए कुछ अनकहे किस्से बताने जा रहे हैं।

ये थी सतीश कौशिक की पहली फिल्म

आपको बता दें कि सतीश कौशिक ने सबसे पहले एक अभिनेता के रूप में अपनी पहचान बनाई थी और बाद में उन्होंने कई फिल्मों का निर्देशन भी किया। सतीश कौशिक ने साल 1981 में फिल्म “चक्र” से अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने इस फिल्म में एक छोटा सा रोल निभाया था। नसरुद्दीन शाह की इस फिल्म में सतीश कौशिक एक जूते पॉलिश करने वाले का किरदार निभाते हुए नजर आए थे।

सतीश कौशिक की पहली सैलरी थी 500 रुपए

शायद ही बहुत कम लोगों को इस बात का पता होगा कि सतीश कौशिक का डेब्यू फिल्म “चक्र” से हुआ था और उन्हें अपनी पहली फिल्म के लिए महज ₹500 सैलरी मिली थी। जी हां, सतीश कौशिक कई इंटरव्यू में यह बता चुके हैं कि उनको इस फिल्म के लिए ₹500 फीस मिली थी। इसके अलावा सतीश कौशिक ने एक बार यह भी बताया था कि उन्हें वरुण धवन के पिता डेविड धवन ने राजा बाबू फिल्म के लिए नंदू के रोल के लिए ऑफर भी दिया था।

मगर उन्होंने कच्चे और नाड़े की वजह से इस फिल्म को करने से इंकार कर दिया था परंतु आग्गे चलकर दूसरी फिल्म में दोनों ने काम किया। सतीश कौशिक ने यह बताया था कि उस फिल्म में सिर्फ दो ही डायलॉग थे लेकिन अनिल कपूर और बोनी कपूर से उस समय उनकी दोस्ती हो गई थी। सतीश कौशिक, अनिल कपूर और अनुपम खेर इंडस्ट्री के सबसे करीबी दोस्त माने जाते हैं।

सतीश कौशिक थे दोस्तों की जान

सतीश कौशिक अपनी किस्मत को बढ़िया मानने वाले स्टार्स में थे। सतीश कौशिक हमेशा यही कहा करते थे कि उन्हें ऐसा लगता है कि उनको तो जरूरत से ज्यादा मिला है। सतीश कौशिक ने ना केवल मुंबई में काम किया बल्कि वहां पर उन्हें ढेर सारे सच्चे दोस्त भी मिले। सतीश कौशिक दोस्तों की जान थे।

सतीश कौशिक ने कई साल तक किया संघर्ष

सतीश कौशिक ने कई साक्षात्कार में यह बताया था कि उन्होंने अपने शुरुआती दिनों में टैक्सटाइल मील में बतौर कैशियर काम किया था। सतीश कौशिक ने दिल्ली के एनएसडी और एक्टिंग स्कूल से पढ़ाई की। जब सतीश कौशिक मुंबई आए तो उन्हें यहां पर काफी संघर्ष करना पड़ा। एक बार तो सतीश कौशिक के बॉस ने उन्हें साफ सफाई का काम तक दे दिया था। लेकिन सतीश कौशिक ने इस काम को पॉजिटिव लेते हुए पूरे दिल से किया।

सतीश कौशिक की “मिस्टर इंडिया” में एक और भूमिका

वैसे तो सतीश कौशिक ने अपने फिल्मी करियर में कई रोल किए हैं, लेकिन उनके कुछ किरदार आज भी इन लोगों को बहुत पसंद आते हैं। इसमें “मिस्टर इंडिया” का “कैलेंडर” का किरदार सबसे फेवरेट है। लेकिन बहुत कम लोगों को ही इस बात का पता होगा कि इस फिल्म में सतीश कौशिक ने सिर्फ कैलेंडर का रोल ही नहीं निभाया था बल्कि एसोसिएट डायरेक्टर का काम भी किया था।

इस वजह से सतीश कौशिक का बढ़ा वजन

सतीश कौशिक ने एक इंटरव्यू के दौरान यह बताया था कि उन्हें 8-10 साल अस्थमा की परेशानी रही थी, जिसकी वजह से उन्हें खूब दवाइयां लेनी पड़ती थी। इतना ही नहीं बल्कि सतीश कौशिक को तकस्टेरॉयड भी लेने पड़े थे, जिसके कारण उनके शरीर का वजन बहुत ज्यादा बढ़ गया। सतीश कौशिक की इस दौरान उनकी पत्नी शशि कौशिक हमेशा ही बहुत ख्याल रखा करती थीं। सतीश कौशिक की पत्नी शशि कौशिक सेट पर उन्हें फलों का उबला हुआ खाना भेजा करती थीं।

सतीश कौशिक अपने पीछे अकेला छोड़ गए पत्नी और बेटी

आपको बता दें कि सतीश कौशिक अपने पीछे पत्नी शशि कौशिक और बेटी वंशिका को अकेला छोड़ गए हैं। सतीश कौशिक ने साल 1985 में शशि कौशिक से शादी रचाई थी। इसके बाद उन्हें एक बेटा हुआ लेकिन करीब 2 साल की उम्र में उनके बेटे शानू का निधन हो गया, जिससे अभिनेता पूरी तरह से टूट गए थे। काफी साल के इंतजार के बाद 56 साल की उम्र में सरोगेसी के जरिए साल 2012 वह एक बेटी के पिता बने। वंशिका कौशिक के जन्म से फिर से उनके जीवन में खुशियां लौंटीं।

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