
महंगाई के खिलाफ मोदी सरकार का बड़ा कदम, पेट्रोल-डीजल सस्ता , LPG सिलेंडर पर भी मिलेगी सब्सिडी
वैश्विक और घरेलू कई कारणों से महंगाई से परेशान भारत के आम लोगों के लिए बड़ी खबर है। केंद्र की मोदी सरकार ने पेट्रोल, डीजल और गैस सिलेंडर को सस्ता करने के लिए बड़ा कदम उठाया है।
केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी घटाई
महंगाई से त्रस्त जनता के लिए अच्छी खबर आई है। केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीज़ल पर लगने वाली एक्साइज़ ड्यूटी को कम करने का एलान किया है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि हम पेट्रोल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क 8 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 6 रुपये प्रति लीटर कम कर रहे हैं। इससे पेट्रोल की कीमत 9.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 7 रुपये प्रति लीटर कम हो जाएगी।
7/12 We are reducing the Central excise duty on Petrol by ₹ 8 per litre and on Diesel by ₹ 6 per litre.
This will reduce the price of petrol by ₹ 9.5 per litre and of Diesel by ₹ 7 per litre.It will have revenue implication of around ₹ 1 lakh crore/year for the government.
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) May 21, 2022
गैस सिलेंडर पर भी सब्सिडी
ईंधन के अलावा सरकार ने महंगे गैस सिलेंडर खरीदने वालों को भी राहत दी है और उज्जवला योजना के लाभार्थियों को 200 रुपये प्रति गैस सिलेंडर की सब्सिडी देने का फैसला किया है। इसका एलान करते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा, “हम प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के 9 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को 200 रुपये प्रति गैस सिलेंडर (12 सिलेंडर तक) की सब्सिडी देंगे। इससे हमारी माताओं और बहनों को मदद मिलेगी।”
9/12 Also, this year, we will give a subsidy of ₹ 200 per gas cylinder (upto 12 cylinders) to over 9 crore beneficiaries of Pradhan Mantri Ujjwala Yojana. This will help our mothers and sisters. This will have a revenue implication of around ₹ 6100 crore a year. #Ujjwala
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) May 21, 2022
निर्मला सीतारमण ने ट्वीट कर कहा है कि जब से केंद्र में पीएम मोदी की सरकार आई है हम गरीबों के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं। हमने गरीबों और मध्यम वर्ग की मदद के लिए कुछ कदम उठाए हैं। इसका नतीजा ये निकला है कि हमारे कार्यकाल में औसत महंगाई पिछली सरकार से कम ही रही है।
उन्होंने कहा है कि दुनिया इस वक्त मुश्किल वक्त से गुज़र रही है। विश्व कोरोना महामारी से उबर ही रहा था कि यूक्रेन संकट आ खड़ा हुआ, जिससे सप्लाइ चेन और कई सामानों की शॉर्टेज हुई है। इसके कई देशों में महंगाई और आर्थिक संकट पैदा हुए हैं।
एमएसएमई के लिए हुआ ये ऐलान
वित्त मंत्री ने कहा कि हम प्लास्टिक उत्पादों के लिए कच्चे माल और बिचौलियों पर सीमा शुल्क भी कम कर रहे हैं, जहां हमारी आयात निर्भरता ज्यादा है। इससे तैयार उत्पादों की लागत में कमी आएगी। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सीमेंट की उपलब्धता ठीक करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।