10 वर्षीय मासूम के गर्भ में 34 हप्ते का बच्चा, घटना जानकर नहीं रहेगा आपकी हैरानी का ठिकाना
चंडीगढ़: आज के समय में कई ऐसी-ऐसी घटनाएँ देखने को मिलती हैं,. जिन्हें देखने के बाद आसानी से यकीन नहीं होता है। समझ में नहीं आता है कि क्या ऐसा सच में हो सकता है या बस भ्रम है। यह तो सभी जानते हैं कि माँ बनने के लिए लड़की को सही उम्र का होना बहुत जरुरी होता है। जब उसकी उम्र सही होती है तभी वह गर्भ धारण कर सकती है। लेकिन पिछले कुछ दिनों में कई ऐसी घटनाएँ देखने को मिली हैं, जिन्हें देखने के बाद यकीन हो गया है कि आज के समय में कुछ भी हो सकता है।
बच्ची को किया गया निजी रूम में भर्ती:
अभी हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें 10 वर्षीय मासूम कभी भी माँ बन सकती है। उसे जी.एम.सी.एच.-32 में बीते मंगलवार को भर्ती करवाया गया था। वहाँ के डायरेक्टर प्रिंसिपल एकेजनमेजा ने बताया कि बच्ची की हालत स्थिर बनी हुई है। बच्ची को एक निजी रूम में भर्ती किया गया है। उस रूम में उसके साथ उसके घर वाले भी रह सकते हैं।
बताया जा रहा है कि वार्ड के बाहर गार्ड भी तैनात किया गया है। जाँच करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची की डिलीवरी किसी भी वक़्त हो सकती हैडॉक्टरों की रिपोर्ट के अनुसार गर्भवती बच्ची पूरी तरह स्वस्थ्य है। बच्ची को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। बच्ची की देखरेख के लिए डायरेक्टर-प्रिंसिपल ने एक टीम गठित की है, जिसमें डायटीशियन, चाइल्ड साइकोलोजिस्ट, गायनेकोलॉजिस्ट, रेडिओलॉजिस्ट और अन्य लोगों को रखा गया है।
उम्मीद से दो हप्ताह पहले होगा जन्म:
नियमानुसार बच्चे का जन्म सितम्बर महीने के पहले सप्ताह में होना चाहिए था, लेकिन बच्चे को जन्म देने वाली माँ की उम्र कम होने की वजह से बच्चे का जन्म उम्मीद से दो सप्ताह पहले भी हो सकता है। जब 16 जुलाई को डॉक्टरों ने चेक किया था तो बच्ची का गर्भ 34 सप्ताह का था। अभी डॉक्टरों का मानना है कि 2 से 3 सप्ताह का समय और लग सकता है। 10 साल की इस बच्ची को उसके माता-पिता रेगुलर जाँच के लिए ले गए थे।
परिवार के अलावा कोई नहीं मिल सकता बच्ची से:
डॉक्टरों ने जांच के बाद तय किया कि बच्ची अब एडवांस स्टेज पर है, इसलिए किसी भी तरह की कोई दिक्कत न आये, उसके लिए उसे जल्द से जल्द एडमिट कर लिया। जरुरी टेस्ट बच्ची के कमरे में ही किये जा रहे हैं। हॉस्पिटल प्रबंधन ने बच्ची की सुरक्षा के लिए पुरे वार्ड में कड़े इंतज़ाम किया हुए हैं। बच्ची से उसके परिवार के अलावा कोई बाहर का व्यक्ति नहीं मिल सकता है। परिजनों का कहना है कि वह अस्पताल प्रबंधन के इंतज़ाम से बहुत खुश हैं।