
भारत ने अमेरिका पर उसी के अंदाज में किया हमला, सोशल मीडिया पर जयशंकर की हो रही जय-जय
वाशिंगटन में भारत और अमेरिका के बीच 2+2 डायलॉग के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री मानवाधिकार पर दी गई घुड़की का भारतीय विदेश मंत्री ने उसी अंदाज में करारा जवाब दिया है। बाइडन प्रशासन के दबाव के आगे बिना झुके जयशंकर ने एंटनी ब्लिकंन के भारत में मानवाधिकारों की हालत पर सवाल उठाने का कुछ घंटे के अंदर ही अमेरिका की धरती से मुंहतोड़ जवाब दे दिया। उन्होंने इशारों ही इशारों में साफ कह दिया कि भारत अमेरिका में भारतीयों के मानवाधिकारों के उल्लंघन पर नजर बनाए हुए है। जयशंकर के इस बयान की भारतीय सोशल मीडिया में जमकर तारीफ हो रही है।
मानवाधिकार पर अमेरिका को घेरा
विदेश मंत्री जयशंकर ने एक सवाल के जवाब में अमेरिका को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा, ‘लोग हमारे बारे में विचार बनाने का हक रखते हैं। हमें भी उनके लॉबी और वोट बैंक के बारे में विचार बनाने का हक है। हम मौन नहीं रहेंगे। अन्य लोगों के मानवाधिकारों पर हमारी भी राय है, खासतौर पर जिसका संबंध हमारे अपने (भारतीय) समुदाय से है।’ मानवाधिकारों के मुद्दे पर भारत को लगातार ज्ञान दे रहे अमेरिका को विदेश मंत्री जयशंकर ने अब तक का सबसे कड़ा संदेश दिया। आपको बता दें कि कुछ घंटे पहले ही अमेरिका के विदेश विभाग ने भारत में मानवाधिकारों के उल्लंघन पर एक रिपोर्ट जारी करके कई तल्ख टिप्पणियां की थीं।
एंटनी ब्लिंकन ने ये कहा था
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने जयशंकर की मौजूदगी में ये भी कहा था कि उनका देश भारत में मानवाधिकारों के उल्लंघन की निगरानी कर रहा है। इसमें कुछ सरकारी, पुलिस और जेल अधिकारियों की मानवाधिकार उल्लंघन की बढ़ती हुई घटनाएं शामिल हैं। ब्लिंकन जब भारत को यह ज्ञान दे रहे थे, ठीक उसी समय न्यूयॉर्क में दो सिखों पर जानलेवा हमला हुआ था। विदेश मंत्री जयशंकर ने यह भी बताया कि इस सप्ताह भारत और अमेरिका के बीच हुई टू प्लस टू मंत्रीस्तरीय बैठक के दौरान मानवाधिकार के मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई थी।
भारत पीछे नहीं हटेगा
जयशंकर ने कहा कि जब भी मानवाधिकार मुद्दे पर चर्चा होगी तो भारत बोलने से पीछे नहीं हटेगा। जयशंकर ने कहा, ‘इस बैठक में हमने मानवाधिकार के मुद्दे पर चर्चा नहीं की। यह बैठक मुख्य रूप से राजनीतिक-सैन्य मामलों पर केंद्रित थी।’
Dr S Jaishankar’s press y’day was a gem. Among others things he referred to India as a “Civilisational State”, underlying the millennia old civilisation that we are and not just a republic that came into existence 7 decades ago. This must be seen as an assertion of who we are…
— Amit Malviya (@amitmalviya) April 14, 2022
I think this is the 1st time any country has told off the US about Human Rights concerns in their country … and that too while in Washington !
Take a bow @DrSJaishankar … you are an inspiration Sir pic.twitter.com/TsDxJZmS6G
— Sameer (@BesuraTaansane) April 13, 2022
सोशल मीडिया पर जयशंकर की जय-जय
जयशंकर का अमेरिका को करारा जवाब अब सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बन गया है। ट्विटर पर जयशंकर हैशटैग टॉप ट्रेंड बन गया है। समीर नामक यूजर ने लिखा, ‘मैं समझता हूं कि ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी देश ने अमेरिका को यह बताया है कि हम अमेरिका में हो रहे मानवाधिकारों को लेकर चिंतित हैं। वह भी वॉशिंगटन में खड़े होकर। आपको सलाम जयशंकर सर। आप प्रेरणास्रोत हैं।’