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ओवैसी को Z सुरक्षा, लेकिन लेने से इनकार: कई दिनों से रेकी कर रहे थे गोली मारने वाले सचिन और शुभम

एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन औवैसी पर फायरिंग का मुद्दा आज लोकसभा में उठा। ओवैसी ने खुद ये मुद्दा उठाया और आरोपियों पर UAPA के तहत एक्शन लेने की मांग की। उधर केंद्र सरकार ने उन्हें Z सुरक्षा दे दी है, लेकिन उन्होंने लोकसभा में इसे लेने से फिलहाल इनकार कर दिया है। उन्होंने बाद में कहा उन्हें Z सुरक्षा नहीं बल्कि बुलेट प्रूफ कार और हथियार रखने की अनुमति चाहिए। औवैसी ने कहा वो जल्द गृहमंत्री अमित शाह को इसके लिए चिट्ठी लिखेंगे।

इस बीच ओवैसी पर गोली चलाने वाले दोनों युवकों सचिन और शुभम की गिरफ्तारी के बाद उनकी पूरी प्लानिंग सामने आने लगी है। आगे आपको इस पूरी घटना की इनसाइड स्टोरी आगे बताएंगे-

asaduddin owaisi

गुरुवार को हुआ हमला

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर गुरुवार को मेरठ से दिल्‍ली आते समय छिजारसी टोल गेट पर जानलेवा हमला किया गया। हमलावरों की तरफ से चलाई गईं गोलियां उनकी कार पर लगी, हालांकि असदुद्दीन ओवैसी बाल-बाल बच गए।

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ओवैसी के भाषण से नाराज थे आरोपी

इस वारदात में शामिल दो आरोपियों गोतमबुद्ध नगर के सचिन शर्मा और देवबंद, सहारनपुर निवासी शुभम गुर्जर को हापुड़ पुलिस ने गिरफ्तार किया। जांच में पता चला कि सचिन असदुद्दीन ओवैसी और उनकी पार्टी के नेताओं के भाषणों को लेकर नाराज था। इसलिए पिछले कई दिनों से ओवैसी पर हमले की प्लानिंग कर रहा था। वे कई दिनों से ओवैसी की रेकी कर रहे थे। ये दोनों मेरठ में ओवैसी की सभा में भी मौजूद थे।

Asaduddin Owaisi

कई दिनों से रेकी कर रहे थे

जानकारी के मुताबिक असदुद्दीन ओवैसी गोली कांड का मुख्य आरोपी सचिन कई दिनों से उनका पीछा कर रहा था। वह ओवैसी की मेरठ की सभा में भी गया था। शुभम के साथ हमले के लिए काफी दिन से वह अच्छे मौके की तलाश में था। उनकी योजना थी कि वह असदुद्दीन ओवैसी को मारने के बाद वह सीधे पुलिस स्टेशन जाकर सरेंडर कर देंगे, ताकि भीड़ के गुस्से से बच जाएं। लेकिन गुरुवार को सचिन ने जब गोली चलाई तो वह निशाने पर नहीं लगी। इसके बाद ओवैसी के ड्राइवर ने गाड़ी आगे भगा ली। इससे उनका प्लान फेल हो गया

हमले के बाद तुरंत एक्शन में आई पुलिस

हापुड़ पुलिस ने मुताबिक मेरठ से दिल्ली जाते समय सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर 5.20 बजे के आस पास दो अज्ञात लोगों ने हमला किया गया था। जांच के बाद पुलिस ने सचिन और फिर शुभम को गिरफ्तार किया गया। उनके पास से असलहा और घटना में इस्तेमाल कार भी बरामद की गई।

शुभम ने किया सरेंडर

असदुद्दीन ओवैसी पर हमले की सूचना मिलते ही हापुड़ जिले के पुलिस के साथ प्रदेश भर में अधिकारी अलर्ट हो गए। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने भी मामले की कमान संभाली। इसके बाद पुलिस ने गोतमबुद्धनगर के सचिन को गिरफ्तार कर लिया। वहीं इसके बाद दूसरे आरोपी ने डर कर गाजियाबाद थाने में सरेंडर कर दिया। मामले की जांच के लिए पांच टीमें भी बनाई गई हैं। हमले के मुख्य आरोपी सचिन की फोटो कई बीजेपी नेताओं के साथ वायरल हो रही है। 32 साल का सचिन भाई-बहनों में सबसे बड़ा है, जो कि पिता के काम में सहयोग करता है। वहीं शुभम के माता-पिता की मौत हो चुकी है और वो अपने गांव में कम ही जाता है।

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