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‘कबूतर और कबूतरी’ के नाम से बच्चों की खरीद फरोख्त: एक मां ने अपनी दुधमुंही बच्ची की लगा दी बोली

नवजात बच्चों का सौदा करने वाले एक गैंग का पर्दाफाश दिल्ली पुलिस ने किया है। पुलिस ने इस संबंध में दिल्ली के सब्जी मंडी इलाके से 3 महिलाओं समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। बच्चों का सौदा करने वाला ये गैंग कोडवर्ड का इस्तेमाल करता था। आरोपियों में एक ऐसी महिला भी है जो अपनी ही बच्ची का सौदा कर रही थी। आरोपियों से पूछताछ के दौरान हैरान कर देने वाले खुलासे हुए हैं।

परवीन खातून है गैंग की लीडर

आरोपियों की पहचान तुलसी निकेतन, लोनी, गाजियाबाद निवासी महिला परवीन खातून (45), इसका साथी राजस्थान निवासी सतीश (35), इनकी तीसरी साथी मंगोलपुरी निवासी संतोष (35) और मोहन गार्डन, उतम नगर निवासी बच्ची की मां मधु सिंह (30) के रूप में हुई है।

इनमें परवीन खातून इस गैंग की लीडर है। पुलिस ने सभी को कोर्ट में पेश किया, जहां से मधु को जेल भेज दिया गया है। बाकी को रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है।

6 बच्चों के सौदे की बात पता चली

शुरुआती जांच के बाद पुलिस को पता चला है कि इन लोगों ने अब तक करीब छह बच्चों का सौदा किया है। पुलिस को इनके मोबाइल फोन से गैंग के कुछ और लोगों का सुराग मिला है। पुलिस की टीम उन तक पहुंचने का प्रयास कर रही है

ग्राहक बन पहुंची पुलिस

उतरी जिला पुलिस उपायुक्त सागर सिंह कलसी ने बताया कि शनिवार को तीस हजारी पुलिस चौकी, थाना सब्जी मंडी को सूचना मिली थी कि परवीन खातून नामक एक महिला नवजात बच्चों का सौदा करती है। सूचना के बाद पुलिस ने उसकी जानकारी जुटाई। इसके बाद एक टीम को जांच के लिए लगाया गया। सिपाही राकेश और अंजू को नकली ग्राहक बनाकर परवीन के पास भेजा गया।

परवीन के साथ एक उसके साथी सतीश ने बताया कि मंगोलपुरी में रहने वाली संतोष नामक महिला के पास कोई बच्चा है।  नकली ग्राहक राकेश और अंजू परवीन और सतीश के साथ मंगोलपुरी संतोष के पास पहुंचे। बातचीत के बाद सौदा दो लाख रुपये में हुआ।

इसके बाद मधु नामक महिला को बुलाया गया। वह बच्ची की मां थी। डील फाइल होने के बाद एडवांस के रूप में परवीन को 50 हजार रुपये सौंप दिए गए। बाकी रुपये सब्जी मंडी इलाके से देने की बात की गई। रास्ते में परवीन ने 30 हजार मधु को, चार हजार सतीश और छह हतार संतोष को देकर बाकी 10 हजार खुद रख लिये।

सब्जी मंडी पहुंचने पर टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान मधु ने बताया कि उसने 16 दिसंबर 2021 को ही बच्ची को जन्म दिया था। वह बच्ची नहीं चाहती थी। इसलिए उसने संतोष से बच्ची का सौदा करवाने के लिए कहा था।

परवीन ने बताया कि वह नवजात बच्चों के बेचने वाले माता-पिता से संपर्क रखते थे। जिन दंपती को बच्चे नहीं होते वह चुपचाप ऐसे गैंग से बच्चे खरीदकर कानूनी प्रक्रिया से बचना चाहते हैं। शुरुआती जांच के बाद पता चला है कि परवीन के कुछ अस्पताल से भी संपर्क मिले हैं। परवीन और सतीश के खिलाफ पहले से दुष्कर्म और अन्य धाराओं में भी मामले दर्ज हैं।

 कोडवर्ड में करते थे सौदा

परवीन के मोबाइल से मिले मैसेज से पता चला है कि गैंग के लोग नवजात लड़कों के लिए ‘कबूतर’ तो नवजात लड़कियों के लिए ‘कबूतरी’ शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। माना जा रहा है कि इस गैंग के लोग दिल्ली-एनसीआर के अलावा आसपास के राज्यों में फैले हुए हैं। पुलिस इनसे पूछताछ कर गैंग के बाकी साथियों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।

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