राजनीति

मैं मोदी को मार सकता हूं, गाली भी दे सकता हूं’… कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के विवादित बोल

पहले पीएम की सुरक्षा में चूक, अब मोदी को मारने और गाली देने की बात; आख़िर कितना गिरेगी कांग्रेस पार्टी?

जो भारतीय राजनीति एक दौर में शुचिता और विचारों से पुष्पित और पल्लवित हो रही थी। उसका स्वरूप आज के दौर में बदल चुका है। आज भारतीय राजनीति भाषाई अराजकता के दौर से गुज़र रही है, अगर ऐसा कह दिया जाए तो यह अतिश्योक्ति नहीं होगा। वहीं इसी कड़ी में अगर कांग्रेस पार्टी को विवादों की पार्टी कहा जाए तो शायद यह भी न्यायसंगत ही रहेगा।

nana patole

जी हां कांग्रेस पार्टी के कुछ नेताओं ने जैसे ठान लिया है कि वो जानें जाएंगे तो सिर्फ़ विवादों या फिर बिगड़े बोल की वजह से और इसी कड़ी में एक बार फिर कांग्रेस पार्टी के एक नेता ने विवादित और अराजक बयान दिया है। गौरतलब हो कि महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और विधायक नाना पटोले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर विवादित टिप्पणी की है।

Narendra

वैसे जिस कांग्रेस पार्टी में विवादित बयान देने वालो की लंबी कतार लगी हो, उनके लिए ऐसे बयान ज़्यादा मायने नहीं रखते, लेकिन एक बात तो है देश के उच्च पदों पर आसीन व्यक्तियों के लिए राजनेताओं को अपनी भाषाई मर्यादा नहीं खोनी चाहिए, लेकिन क्या करें हुजूर! ये कांग्रेसी हैं कि मानते नहीं। आइए ऐसे में समझें कि आख़िर क्या है पूरा मामला…

Nana Patole

बता दें कि महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो की वज़ह से एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं और यह चर्चा कहीं न कहीं विवादों को जन्म दे रही है। मालूम हो कि नाना पटोले ने देश के प्रधानमंत्री को लेकर एक विवादित बयान दिया है और उस बयान में कांग्रेस पार्टी के नेता नाना पटोले कहते हैं कि, ” मैं मोदी को मार सकता हूं और उन्हें गाली भी दे सकता हूं।”

वहीं अब उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भाजपा के नेता उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और पटोले के इस बयान के बाद भाजपा ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

वैसे भी एक साधारण बात है कि एक व्यक्ति किसी प्रधानमंत्री को मारने की बात कैसे कर सकता है, यह अपने आप में अचरज वाली बात है और अब इसी को मुद्दा बनाकर भाजपा कांग्रेस और उनकी पार्टी के नेता नाना पटोले दोनों को घेरती नजऱ आ रही है।

Nana Patole

गौरतलब हो कि भंडारा जिले में अपने समर्थकों से बात करते हुए नाना ने कहा कि,”मैं बताता हूं कि मैं क्यों लड़ता और संघर्ष करता आ रहा हूं? मैं 30 वर्षों से राजनीति में हूं और ये नेता लोग 5 वर्ष में अपनी एक पीढ़ी का उद्धार कर लेते हैं। स्कूल-कॉलेज का निर्माण कर अपनी एक-दो पीढ़ी का उद्धार कर देते हैं।

मैं इतने वर्षों से राजनीति कर रहा हूं, परंतु एक स्कूल मेरे नाम पर नहीं है। मैंने एक भी ठेकेदारी नहीं की। जो भी मदद मांगने आया उसे हमेशा मदद की है। इसलिए मैं मोदी को मार सकता हूं और उसे गाली भी दे सकता हूं। इसीलिए मोदी मेरे खिलाफ यहां प्रचार करने भी आया। मेरे रूप में आपके समक्ष एक प्रमाणिक लीडरशिप है। इसलिए ये लोग (विपक्ष) अपनी रणनीति बनाकर मुझे चक्रव्यूह में फंसाने की कोशिश करते हैं।”

Nana Patole

वहीं मालूम हो कि जब इस मामले से जोर पकड़ा और इस विवादित बयान से नाना पटोले बुरी तरीके से फंसते नजर आएं तो उन्होंने अपनी सफाई भी पेश की। उन्होंने अपनी बात को तर्क देते हुए सफाई में कहा कि, “मेरे निर्वाचन क्षेत्र के लोगों ने मोदी नामक स्थानीय गुंडे के बारे में मुझसे शिकायत की थी। मैं उसके बारे में बोल रहा था।

इसका वीडियो बनाकर कर मेरे खिलाफ साजिश रचकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है।” इतना ही नही पटोले ने अपने बचाव में कहा कि, “मैं एक बार फिर से स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैंने वहां जो कुछ भी कहा, वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में नहीं बल्कि स्थानीय मोदी नामक गुंडे के बारे में कहा था।”

वहीं बता दें कि यह मामला जब प्रकाश में आया और सोशल मीडिया में प्रधानमंत्री को मारने और गाली देने का वीडियो वायरल होने लगा। फिर ऐसे में इस मामले पर भाजपा ने संज्ञान लिया और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने इस बयान का कड़ा विरोध दर्ज कराया। इतना ही नहीं उन्होंने पार्टी के जिलाध्यक्षों को पटोले के खिलाफ आक्रामक होने का निर्देश भी दिया।

इसके अलावा बता दें कि चंद्रकात पाटिल ने सोमवार को इस मामले में कहा है कि, ” भाजपा ऐसे बयानों को सहन नहीं करेगी।” इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने अपने एक बयान में कहा था कि “यदि मैं वहां होता, तो मुंह पर जोरदार तमाचा मारता।”

उनके इस बयान पर महाविकास आघाडी सरकार ने राणे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्होंने गिरफ्तार किया था। लिहाजा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पटोले ने प्रधानमंत्री के बारे में जो विवादित बयान दिया है। उसके लिए उनके खिलाफ भी मामला दर्ज होना चाहिए।

आख़िर में बता दें कि इस विवादित बयान वाले मसले में महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेन्द्र फडणवीस भी कूद पड़े हैं और उन्होंने जस का तस जवबा देते हुए कहा कि, “कांग्रेस को अब राजनीतिक दल कहा जाए या फिर दहशत फैलाने वाला संगठन? किसी जमाने में स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल रही कांग्रेस इतने रसातल में पहुंच गई है कि सत्ता पाने के लिए कुछ भी कर और कह रही है।”

Devendra Fadnavis

इतना ही नहीं देवेन्द्र फडणवीस ने अपनी बात आगे रखते हुए क्रिया की प्रतिक्रिया में कहा कि पाकिस्तान के सीमा के पास पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले को 20 मिनट तक रोके रखा जाता है और इस गंभीर घटना में वहां के कांग्रेस के मुख्यमंत्री दखल तक नहीं देते।

nana patole

वहीं अब महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता प्रधानमंत्री के लिए आपत्तिजनक बयान देते हैं। ऐसे में कहीं न कहीं सिर्फ नानाभाऊ की शारीरिक ऊंचाई बढ़ जाने से काम नहीं चलेगा, बल्कि उनकी वैचारिक व बौद्धिक ऊंचाई भी बढ़नी चाहिए। वैसे एक निर्वाध बात देखी जाएं तो देश के उच्च पदों पर बैठे व्यक्ति को लेकर भाषाई गरिमा हर किसी को बनाए रखना चाहिए, फिर चाहें वह आम जन हो या फिर कोई गणमान्य।

लेकिन कहीं न कहीं देश में यह रवायत टूट रही, जो लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं और नाना पटोले के लिए एक खास बात अब सफाई देने से कोई मतलब नहीं, क्योंकि आपके विचार ही आपके व्यक्तित्व के परिचायक हैं और वो साबित कर रहें कि आप किस स्तर के राजनेता!

Back to top button