राजनीति

भारत के डर से चीन ने ईरान से मांगी मदद, लेकिन ईरान ने दिया ये जवाब..

भारत की सैन्य ताकत लगातार बढ रही है। जिसका एहसास चीन को अब होने लगा है। पहले चीन, भारत को एक कमजोर देश के रूप में देखता था। लेकिन अब भारत पिछले कुछ सालों से बहुत प्रगति कर रहा है। और हर मामले में आगे बढ रहा है। भारत की इसी बढती ताकत से चीन बौखला गया है। और उसे भारत से डर सताने लगा है। यहीं कारण है की चीन को अब दुसरे देशों के आगे मदद के लिए हाथ फैलाने पड रहे है।

चीन ने ईरान से मांगी मदद :

अपने उपर आयें संकट से बचने के लिए चीन ने मदद के लिए ईरान का दरवाजा खटखटाया है। भारत को जिस तरह से दुनिया के शक्तिशाली देशों से समर्थन मिल रहा है, इस से चीन-पाकिस्तान जैसे देश बुरी तरह से भयभीत हो गए हैं। दुनिया के लगभग सभी देशों के साथ भारत के मधुर सबंध है चाहे वो अमेरिका हो, रूस, जर्मनी, इजराइल या फिर जापान। ये सभी देश भारत की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते है। लेकिन पाकिस्तान और चीन के साथ भारत के रिश्ते इतने मजबूत नहीं है। चीन और पाकिस्तान ने भारत के हर काम में टांग अडाने की कोशिश की है। भारत को एनएसजी का सदस्य बनने से रोकने में भी चीन का ही हाथ है।

ईरान ने मदद से किया इंकार :

भारत के खिलाफ चीन ईरान से मदद मांगने पहुंचा। लेकिन भारत के खिलाफ मदद मांगना चीन को भारी पड़ गया। क्योंकि ईरान ने चीन को मदद देने से साफ मना कर दिया। ईरान ने कहा की कहा कि भारत के साथ हमारे बहुत पुराने सम्बंध हैं तथा हम भारत के खिलाफ कोई भी गलत कदम नहीं उठाएंगे। ईरान से ऐसा जवाब पाकर चीन को निराशा हाथ लगी और खाली हाथ लोटना पडा। जब पीएम मोदी ईरान गये थे तो व्यापार संपर्क स्थापित करने को लेकर एक बडी डील हुई थी। जिस से दोंनो देशों के बीच मजबूत सबंध स्थापित हुए है। ईरान और भारत के बीच पुरानी सभ्यताओं से संबंध रहे हैं।

पाकिस्तान ने कहा चीन-पाकिस्तान की साझेदारी मजबूत होगी :

अगर चीन के साथ कोई देश है तो वह है पाकिस्तान। क्योंकि चीन, पाकिस्तान को हथियार मुहैया कराता है और आर्थिक तौर पर भी पाकिस्तान की मदद करता है। पाकिस्तान के समाचार-पत्र ‘द न्यूज इंटरनेशनल’ के स्वतंत्र शोधकर्ता अयाज अहमद ने कहा की, “इजरायल के साथ अपना सैन्य सहयोग मजबूत करने के भारत के अतिरिक्त प्रयासों से चीन और पाकिस्तान भी इस क्षेत्र में अपने आर्थिक व सुरक्षा सहयोग मजबूत करने पर जोर देंगे।” पाकिस्तान, चीन के साथ मजबूत साझेदारी करना चाहता है।

Back to top button