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‘महादेव की कृपा से बचे मोदी’, गिरिराज ने बताया कैसे टेलीस्कोपिक गन, ड्रोन से हत्या की साजिश थी?

केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने आशंका जताई कि पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्‍या हो सकती थी। एक ट्वीट में ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री ने कहा, ‘पीएम को मौत के कुएं में फंसाना कोई इत्तेफाक नहीं यह साजिश थी… महादेव की कृपा से बच गए।

‘सिंह ने लिखा कि ‘ऐसा प्रतीत होता है कि उनकी (पीएम मोदी) हत्या ड्रोन या टेलीस्कोपिक गन से भी हो सकती थी।’ गिरिराज सिंह ने पूरे मामले को साजिश बताते हुए कहा कि इसकी सही जांच हो तो कई बड़े नाम फंसेंगे। उन्‍होंने लिखा, ‘इसकी उच्चस्तरीय सही जांच होगी तो यह साजिश पंजाब के सीएम ऑफिस तक ही नहीं सीमित रहेगी, बल्कि उसके तार ऊपर तक जुड़ेंगे।’


कैसे ड्रोन-टेलीस्कोपिक गन के निशाने पर थे पीएम?

गिरिराज ने एक खबरिया न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया है कि पिछले कुछ सालों से पंजाब बेहद संवदेनशील राज्य बन गया है। सीमापार पाकिस्तान से ड्रोन आने की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। ड्रोन से हथियारों और ड्रग्स की तस्करी की जा रही है। जासूसी के लिए भी इसका इस्तेमाल हो रहा है। दूसरी तरफ जिस जगह पीएम मोदी का काफिला रोका गया था, वहां से पाकिस्तान बॉर्डर काफी करीब मात्र 10 किमी की दूरी पर है, जो टेलीस्कोपिक गन के दायरे में है।

सुप्रीम कोर्ट ने रिकॉर्ड सुरक्षित रखने लिए कहा

उधर पीएम की सुरक्षा चूक मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल को प्रधानमंत्री की पंजाब यात्रा से जुड़े सभी रिकॉर्ड सुरक्षित और संरक्षित करने का निर्देश दिया। मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना और न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा, ‘हम पंजाब, पुलिस अधिकारियों, एसपीजी, केंद्रीय और राज्य एजेंसियों को सहयोग करने और पूरे रिकॉर्ड को सील करने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करने का निर्देश देते हैं।’

पंजाब सरकार ने केंद्र को लिखी चिट्ठी

पीएम की सुरक्षा में सेंध को लेकर पंजाब सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक चिट्ठी भी लिखी है। चिट्ठी में पंजाब सरकार ने किसी भी अपराधिक चूक से इनकार करते हुए कहा है कि ये विषय जांच का है। ये चिट्ठी पंजाब सरकार के मुख्य सचिव ने भेजी है।

सुरक्षा में सेंध का ये है पूरा मामला

5 जनवरी को पीएम मोदी पंजाब के बठिंडा पहुंचे थे। यहां से उन्हें हेलिकॉप्टर से हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाना था। खराब रोशनी और बारिश के चलते पीएम मोदी 20 मिनट तक इंतजार करते रहे, लेकिन मौसम में सुधार नहीं हुआ, तो उन्होंने सड़क के रास्ते राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाने का फैसला किया।

इस रास्ते से 2 घंटे का समय लगना था। पंजाब डीजीपी से सुरक्षा प्रबंधों की पुष्टि के बाद पीएम मोदी सड़क के रास्ते आगे बढ़े। राष्ट्रीय शहीद स्मारक से करीब 30 किमी पहले पीएम मोदी का काफिला जब फ्लाईओवर पर पहुंचा, तो यहां कुछ प्रदर्शनकारियों ने रास्ता रोक रखा था। इसके चलते पीएम मोदी के काफिले को 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर रुकना पड़ा। इसे पीएम की सुरक्षा में बड़ी चूक माना गया है।

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