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हाइफा युद्ध : इजरायल का वो शहर जिसे 99 साल पहले भारतीय सैनिकों ने दिलाई थी आजादी!

नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इजरायल दौरे का आज आखिरी दिन हैं। अपने दौरे के आखिरी दिन गुरुवार को वो इजरायल के शहर हाइफा जाएंगे। जहां पर पीएम प्रथम विश्वयुद्ध में शहीद हुए भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि देंगे। ये वो शहर है जिसे हिंदुस्तान के बहादुर सैनिकों ने अपने बलिदान से आजादी दिलाई थी। 99 साल हुए पहले विश्वयुद्ध में भारते के वीर योद्धाओं ने इस शहर को तुर्कों से आजाद करवाया था। Modi Israel visit Haifa city.

हाइफा के लिए क्यों लड़े थे भारतीय सैनिक :

इजरायल का हाइफा शहर समुद्र के किनारे बसा है। ये शहर भले ही छोटा हो लेकिन यह इस वक्त दुनिया के दो मजबूत लोकतंत्रों को जोड़ने की कड़ी बन गया है। 99 साल पहले हुए विश्वयुद्ध में हिंदुस्तानी सैनिकों की वीरता ने इजरायल और भारत के रिश्तों को और मजबूत किया है। हाइफा कि लड़ाई 23 सितंबर 1918 को हुई थी।

पहले विश्वयुद्ध के दौरान भारतीय सैनिकों ने हाइफा को तुर्की के ओटोमन एम्पायर की आजाद करवाया था। इस युद्ध के समय भारत में अंग्रेजों की हूकुमत थी और उन्होंने भारत की तीन रियासतों – जोधुपर, मैसूर और हैदराबाद के घुड़सवार सैनिकों को जनरल एडमंड एलेन्बी की अगुआई में वहां लड़ने के लिए भेजा था। इन सैनिकों में पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के पिता ठाकुर सरदार सिंह राठौर भी शामिल थे।

शहीद भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देंगे मोदी :

इस युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिको को आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रद्धांजलि देंगे। पीएम मोदी हाइफा शहर जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भी हाइफा जाएंगे। मोदी भारतीय समयानुसार दोपहर 2 बजे के करीब शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देंगे।

आपको बता दें कि इससे पहले जब पीएम इजरायल पहुंचे थे तो उनके स्वागत के लिए खुद इजरायल के पीएम नेतन्याहू प्रोटेकाल तोड़ते खुद हवाई अड्डे पर मौजूद थे। नेतन्याहू ने इस मौके को उस वक्त और खास बना दिया जब उन्होंने पीएम मोदी का हिंदी में अभिवादन करते हुए कहा, ‘आपका स्वागत है मेरे दोस्त।’ जिसका जवाब पीएम मोदी ने भी नेतन्याहू को सलाम करते हुए हिब्रू भाषा में इजरायल आने पर अपनी खुशी जाहिर करके दिया।

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