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वीडियो – एक मुस्लिम ने वेद और श्रीमद्भगवत् गीता पर जो कहा है वो सुन लीजिए!

एक तरफ तो देश में धर्म और जाति के नाम बवाल चल रहा है तो वही दुसरी तरफ कुछ ऐसे भी लोग हैं जो हिन्दू और मुस्लिमों को ‘सभी धर्म समान (सर्व धर्म संभाव)’ का पाठ पढ़ाने में लगे हुए हैं। ऐसे ही एक वीडियो को सोशल मीडिया वेबसाइट यूट्यूब पर शेयर किया गया है, जिसमें एक मुस्लमान वेद और श्रीमद्भगवत् गीता के जरिए लोगों को इंसानियत और एकता का संदेश दे रहा है। Muslim man teaching humanity.

वेद और श्रीमद्भगवत् गीता के जरिए इंसानियत का संदेश :

एक मुस्लमान ने जिस तरह से वेद और श्रीमद्भगवत् गीता के जरिए इंसानियत का संदेश दिया है वो वाकई में धर्म को लेकर कटने मरने को तैयार लोगों के लिए सबक है। इस शख्स ने लोगों को समझाया है कि किस तरह भगवान और अल्लाह दोनों एक हैं। भगवान और अल्लाह में भेदभाव तो इंसानों ने किया है। नीचे आप वीडियो में देख सकते हैं कि इस शख्स ने कैसे अपनी बात को साबित किया है।

इन्होंने भगवत गीता में बताये गए दो संदेशों के जरिए अपनी बात को साबित किया है। इन्होंने बताया है कि “भगवत गीता का पहला संदेश – वाहदत-ए-खुद और दूसरा संदेश – वाहदत-ए-इंसानियत है।” जिसमें वाहदत-ए-खुद का अर्थ – ईश्वर एक है और वाहदत-ए-इंसानियत अर्थ – सभी इंसान एक हैं।

उदाहरण के जरिए साबित की अपनी बात :

वीडियो में आप देख सकते हैं कि इन्होंने अपनी बात को साबित करने के लिए उदाहरण भी दिया है। जिसके मुताबिक, अगर आप मुस्लिम हैं और किसी हिन्दू भाई से पूछते हैं कि क्या हाल-चाल हैं, तो वह जवाब में कहेगा कि ऊपर वाले की दया है। यही बात अगर आप किसी मुसलमान से पूछेंगे कि आपके क्या हाल हैं? तो उसका जवाब होगा ऊपर वाले की महरबानी। इसका मतकल की जो भी गड़बड़ है वह तो नीचे वालों में ही है।

इन्होंने एक वेदों में लिखे एक श्लोक का भी उच्चारण किया है :

“अयं निज: परो वेति गणना लघुचेतसाम् ।

उदारचरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम् ॥”

इस शख्स ने ये भी कहा है कि, जिन लोगों कि सोच छोटी होती है वही अपनों और परायों की बात करते हैं। लेकिन जिन लोगों का दिल और दिमाग ऊंचा होता है वे पूरे संसार को अपना परिवार मानते हैं।

 

देखें वीडियो –

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