अध्यात्म

शनिदेव की है कुल 8 पत्नियां, इनके नाम का जाप करने से दूर होता है जीवन का हर कष्ट

क्या आप जानते हैं शनिदेव की 8 पत्नियों के नाम? शनिदेव के क्रोधित होने पर ऐसे करती है शांत

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनिदेव न्याय के देवता कहलाते हैं। वह हमे अपने कर्मों के आधार पर सुख या दुख देते हैं। कहते हैं कि शनिदेव का क्रोध बड़ा खतरनाक होता है। यदि ये किसी शख्स से नाराज हो जाएं तो उसके जीवन में दुखों की बाढ़ सी आ जाती है। इस स्थिति में उनके क्रोध को शांत करना बड़ा मुश्किल हो जाता है। लेकिन यदि आप शनिदेव की 8 पत्नियों के नाम का जाप करें तो उनके क्रोध को तुरंत शांत कर सकते हैं।

शनिदेव की है 8 पत्नियां

बहुत कम लोग ये जानते हैं कि शनिदेव की कुल 8 पत्नियां हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जब भी शनिदेव क्रोधित होते हैं तो उनके पत्नियों का नाम लेकर उन्हें शांत किया जा सकता है। इतना ही नहीं शनिदेव की पत्नियों के नाम लेने से शनिदेव इतने प्रसन्न हो जाते हैं कि भक्त के जीवन के सभी कष्ट दूर कर देते हैं। यदि आपकी कुंडली में शनि बुरी स्थिति में है या आपके ऊपर शनि की साढ़े साती या ढैय्या चल रही है तो भी शनिदेव की पत्नियों का नाम लेकर इस स्थिति से निकला जा सकता है।

शनिदेव की पत्नियों के नाम

आप में से बहुत कम लोगों ने ही शनिदेव की पत्नियों के बारे में सुना होगा। यदि सुना भी हो तो उनके नाम शायद ही किसी को पता है। ऐसे में आज हम आपको उनकी सभी आठों पत्नियों के नाम बताने जा रहे हैं। ये नाम हैं – ध्वजिनी, धामिनी, कलहप्रिया, कंकाली, तुरंगी, कंटकी, महिषी और अजा

इस मंत्र से जपें शनिदेव की पत्नियों के नाम

शनिदेव की पत्नियों के नाम एक मंत्र में समाए हुए हैं। यह मंत्र आप शनिवार के दिन शनिदेव के सामने बैठकर जपें। इसे जपने से आपके ऊपर शनिदेव की कृपा दृष्टि बनी रहेगी। साथ ही शनिदेव का क्रोध शांत होगा। ये मंत्र है –

ध्वजिनी धामिनी चैव कंकाली कलहप्रिया। कंटकी कलही चाऽथ तुरंगी महिषी अजा।।
शनेर्नामानि पत्नीनामेतानि संजपन् पुमान्। दुःखानि नाशयेन्नित्यं सौभाग्यमेधते सुखम।।

शनिवार के दिन ध्यान रखें ये बातें

इस मंत्र के जाप के अलावा शनिवार को कुछ खास चीजों का ध्यान भी रखें। जैसे इस दिन शनिदेव की प्रतिमा पर काले तिल और सरसों का तेल चढ़ाएं। शनिवार को लोहा या लोहे से बने उत्पाद, तेल इत्यादि को खरीदने से बचे। बड़े बुजुर्गों का सम्मान करें और किसी को अपशब्द न कहें। शनिवार को गरीब और बेसहारा लोगों की मदद करने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं।

शनिवार व्रत रखें

शनिवार के दिन व्रत रखने का भी विशेष महत्व होता है। यह व्रत जब भी शुरू करें तो पहले सूर्योदय से पूर्व उठकर व्रत रखने का संकल्प लें। मान्यता है कि शनिवार का व्रत रखने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इस व्रत से आप न सिर्फ शनिदेव के क्रोध से सुरक्षित रहते हैं, बल्कि राहु, केतु का बुरा प्रभाव भी आप पर नहीं पड़ता है। इस व्रत से संतान सुख मिलता है। घर में खुशहाली आती है।

इस व्रत का अधिकतम लाभ लेने हेतु आपको सूर्योदय के समय शनि पूजन करना चाहिए। व्रत के दौरान सिगरेट, तंबाकू, गुटखा, पान मसाला जैसी चीजें नहीं खाना चाहिए। इस दिन काली चीजों का दान करना भी शुभ होता है।

 

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