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Manish Gupta Case: SHO समेत 6 पुलिसकर्मी हुए सस्पेंड, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा

गोरखपुर पुलिस की पिटाई से हुई कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की मौत का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। जी हां एक तरफ पुलिस लीपापोती की कोशिश में लगातार लगी रही। वहीं दूसरी तरफ़ मनीष गुप्ता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने उसकी झूठी कहानी की पोल खोलकर रख दी है। बता दें कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला है कि मनीष के सिर, चेहरे और शरीर पर गंभीर चोट के निशान हैं और मनीष के सिर के अगले हिस्से पर तेज प्रहार किया गया। जिससे उनके नाक के पास से खून बह रहा था। हालांकि, पुलिस ने घटना के बाद अपने पहले बयान में इसे हादसे में हुई मौत बताया था।

Manish Gupta Murder Case


बता दें कि अब इसी मामले में एसएचओ समेत 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। गौरतलब हो कि इस मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हस्तक्षेप के बाद प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और कारोबारी मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमारा सहयोग किया है। हमारी एफआईआर (FIR) दर्ज नहीं हो रही थी, उन्होंने हमारा केस दर्ज कराया है।

Manish Gupta Murder Case

इसके साथ ही, कारोबारी की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने मांग की है कि जिस होटल में मेरे पति की हत्या हुई, उस होटल का लाइसेंस रद्द होना चाहिए और सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि होटल का मालिक फिर से कहीं और होटल ना बनाए। मैं होटल के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करूंगी। होटल का मालिक अच्छा नहीं है और होटल का मालिक हमारे साथ सहयोग नहीं कर रहा है।

Manish Gupta Murder Case

Manish Gupta Murder Case

गौरतलब हो कि गोरखपुर में कानपुर के एक कारोबारी की पुलिस की पिटाई से मौत हो गई। कानपुर के रहने वाले 36 साल के रियल एस्टेट कारोबारी मनीष गुप्ता गोरखपुर गए हुए थे। वह दो दोस्तों के साथ एक होटल में थे। आरोप है कि होटल में रात में पुलिस गई और मनीष गुप्ता से बेवजह मारपीट की, जिससे उनकी मौत हो गई।


पहले पुलिस ने कई तरह के बयान दिए लेकिन फिर मनीष की पत्नी की शिकायत पर 6 पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है और इस मामले में जिन पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है, उनमें एक थानाध्यक्ष भी शामिल हैं। बता दें कि इस घटना के बाद से सूबे में बवाल मचा हुआ है और विपक्षी पार्टियां सरकार पर हमलावर हो गई हैं।


मनीष गुप्ता की पुलिस की पिटाई से हुई मौत के बाद लगातार विपक्षी दल जिसमें कांग्रेस, सपा और बसपा सभी शामिल हैं। वे यूपी के पुलिसिया क़ानून और सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहें हैं। कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने कानपुर के कारोबारी की कथित तौर पर पुलिसकर्मियों की पिटाई से मौत की घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस अपराधियों पर नरम है और आम लोगों के साथ बर्बर व्यवहार करती है। इतना ही नहीं प्रियंका ने ट्वीट किया कि गोरखपुर में एक कारोबारी को पुलिस ने इतना पीटा कि उनकी मौत हो गई। इस घटना से पूरे प्रदेश के आमजनों में भय का माहौल बना हुआ है।

Manish Gupta Murder Case


इसके अलावा वहीं गुरुवार को सूबे के पूर्व मुख्‍यमंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव कानपुर पहुंचे। यहां उन्होंने मृतक मनीष गुप्ता की पत्नी से मुलाकात की। वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने मनीष गुप्ता की मौते के मामले में सीबीआई जांच की मांग की है।


आप ने योगी राज को बताया ‘जंगलराज’ …


वहीं मामले के तूल पकड़ते ही आम आदमी पार्टी ने भी मोर्चा संभाल लिया और आप के सांसद संजय सिंह ने ट्वीट किया कि योगी पुलिस ने कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की बर्बरता से हत्या कर दी। योगी राज, ‘जंगलराज’ बन चुका है।

मां-बाप के इकलौते बेटे थे मनीष गुप्ता…

आख़िर में बता दें कि मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी ने बताया कि 8 साल पहले वर्ष 2013 में उनकी शादी हुई थी। मनीष रियल इस्टेट का काम करते थे। परिवार में बीमार ससुर के अलावा उनका 4 साल का एक बेटा अभिराज है। सास का पहले ही देहांत हो चुका है। मनीष की तीन बहनें हैं, उनकी शादी हो चुकी है। मीनाक्षी ने बताया कि सोमवार देर रात में फोन पर बात के बाद लगा कि शायद सब कुछ ठीक हो गया होगा, लेकिन मंगलवार सुबह करीब 5 बजे फोन पर पता चला पति अब इस दुनिया में नहीं हैं।

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