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एक ही घर से उठी 4 अर्थी, बुजुर्ग पिता ने कांपते हाथों से दी बेटों को मुखाग्नि

एक हंसता खेलता परिवार सभी को अच्छा लगता है। लेकिन इस जिंदगी का भी कुछ भरोसा नहीं होता है। यहां कब किसे क्या हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है। फिर यदि एक ही परिवार में चार लोगों की एकसाथ मौत हो जाए तो इससे दुखद कुछ नहीं हो सकता है। ऐसा ही एक दिल को रुला देने वाला नजारा मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में देखने को मिला। यहां एक बुजुर्ग पिता को अपने ही परिवार के चार लोगों का अंतिम संस्कार करना पड़ा। जब एक ही घर से 4 लोगों की अर्थी निकली तो ये नजारा देख हर किसी की आंखें नम हो गई। सिर्फ रिश्तेदार ही नहीं बल्कि आस पड़ोस के लोग भी फूट-फूटकर रो रहे थे।

बीते शुक्रवार की बात है। रीवा जिले के सिंगल किटवारिया बायपास पर एक भीषण हादसे में चार लोगों का निधन हो गया। शनिवार शाम को शवों का पोस्टमॉर्टम हुआ जिसके बाद उन्हें रायसेन जिले के सुल्तानपुर भेजा गया। रात अधिक होने की वजह से अंतिम संस्कार नहीं हो पाया। फिर दो दिन बाद यानि रविवार दोपहर को अंतिम संस्कार हुआ। इस अंतिम संस्कार में सैंकड़ों लोग अपना दुख प्रकट करने आए।

इस दौरान एक बुर्जुग पिता ने अपने कांपते हाथों से दो जवान बेटों को मुखाग्नि दी। यह मार्मिक नजारा देख वहाँ मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो गई। मृतकों के नाम विनोद वंशकर (27), शशि वंशकार (50), मयंक (16) और वैशाली वंशकार (16) हैं। ये सभी उत्तरप्रदेश के प्रयागराज से अस्थियां विसर्जित कर वापस आ रहे थे। इस दौरान रीवा के चोरहटा थाना क्षेत्र में इनकी टवेरा कार का हादसा हो गया। टवेरा और ट्रक की भीषण टक्कर हुई जिसके चलते कार में सवार चारों लोगों की मौत हो गई।

मौत की खबर जैसे ही परिवारवालों को लगी तो उन्हें इस पर यकीन नहीं हुआ। उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। खासकर घर के बुजुर्ग पिता एक ही पल में अकेले हो गए। उन्हें खुद अपने दोनों बेटों का अंतिम संस्कार करना पड़ा। इस हादसे के बाद सिर्फ पीड़ित परिवार के घर ही नहीं बल्कि पूरे गांव में मातम पसर गया। लोग बुजुर्ग पिता के पास आकर सहानुभूति जता रहे हैं। उन्हें हिम्मत देने की कोशिश कर रहे हैं।

ये कोई पहली बार नहीं है कि जब इस तरह के हादसे में किसी परिवार के एक से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। इसके पहले भी इस तरह के कई सड़क हादसे हो चुके हैं। ऐसे में हमारी कोशिश यही होनी चाहिए कि हम गाड़ी से सफर करते समय सावधानी बरते। गाड़ी की रफ्तार अधिक न हो, गाड़ी मजबूत हो ताकि अंदर बैठे लोगों को ज्यादा चोट न आए, हमेशा सीट बेल्ट बांधकर रखें, एयर-बैग वर्जन वाली गाड़ी ही खरीदें, हो सकते तो कार की बजाय बस या ट्रेन से सफर करें। रात में सफर करने से बचे। इन कुछ सावधानियों से आप खुद को किसी हादसे का शिकार होने से बचा सकते हैं।

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