Home/नौकरी गई, बैंक बंद, ज्वैलरी बेच पेट पालना चाहते है, लेकिन खरीददार भी नहीं। बद्दतर जिंदगी हो गई अफगानियों की/afghanistan people 24 8 21-2 afghanistan people 24 8 21-2