दिलचस्प

अंधेरा होती ही किराडू मंदिर में कोई नहीं करता प्रवेश, 900 साल पहले दिया गया श्राप है वजह

राजस्थान में स्थित एक मंदिर में रात के समय लोग जाने से डरते हैं। रात होते ही इस मंदिर को बंद कर दिया जाता है और यहां पर सुबह तक कोई भी नहीं आता है। इस मंदिर को किराडू के नाम से जाना जाता है। किराडू मंदिर (Kiradu Mandir)राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थित है और एक प्राचीन मंदिर है। यहां के स्थानीय लोगों के अनुसार शाम होते ही मंदिर एकदम खाली हो जाता है और इस दौरान कोई भी व्यक्ति मंदिर में आने की गलती नहीं करता है। यहां पर रहने वाले लोगों का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति गलती से रात के समय यहां आ जाए तो वो पत्थर बन जाता है।

Kiradu Mandir Barmer
Kiradu Mandir Barmer inside pictures

किराडू मंदिर को राजस्थान का खजुराहो भी कहा जाता है। किराडू पांच मंदिरों की एक श्रृंखला है। जिसमें से विष्णु मंदिर और शिव मंदिर एकदम सही है। जबकि अन्य तीन मंदिर खंडहर बन चुके हैं। किराडू मंदिर का निर्माण किसके द्वारा किया गया था। ये आज तक एक रहस्य है। हालांकि मंदिर की बनावट को देखकर ये कहा जाता है कि शायद इसे दक्षिण के गुर्जर-प्रतिहार वंश, संगम वंश या फिर गुप्त वंश के काल में बनाया गया है। दक्षिण भारतीय शैली में बना ये मंदिर बेहद ही सुंदर तरह से बनाया गया है और 1161 ईसा पूर्व इस जगह का नाम ‘किराट कूप’ था।

Kiradu Mandir Barmer picture from back
Kiradu temple Barmer

किराडू मंदिर से जुड़ी कहानी के अनुसार कई साल पहले एक सिद्ध साधु अपने कुछ शिष्यों के साथ यहां आए थे। एक दिन वो अपने शिष्यों को वहीं छोड़कर कर भ्रमण पर निकल गए। मंदिर में उनके एक शिष्य की तबीयत खराब हो गई। अन्य शिष्यों ने गांव वालों से मदद मांगी। लेकिन किसी ने भी उनकी मदद नहीं की। वहीं जब सिद्ध साधु वहां आए तो उन्हें सारी बातें पता चलीं। इसपर वो गुस्सा हो गए। गुस्सा होकर उन्होंने गांववालों को श्राप दिया कि सूर्यास्त होने के बाद सभी लोग पत्थर के बन जाएंगे।

arts in Kiradu temple
Kiradu Temple

हालांकि एक महिला ने साधु के शिष्यों की मदद की थी। इसलिए साधु ने महिला से कहा था कि वो शाम ढलने से पहले गांव छोड़कर चली जाए और पीछे मुड़कर ना देखे। मगर इस महिला ने साधु की बात को नहीं माना। जिसके कारण ये पत्थर बन गई। मंदिर से कुछ ही दूरी पर उस महिला की मूर्ति भी स्थापित है। यही वजह है कि रात के समय कोई भी इस मंदिर में नहीं आता है।

आप का इस बारे में क्या ख्याल है कमेंट सेक्शन पर ज़रूर बताएं

Back to top button