अध्यात्म

पैसे को अपनी ओर खींचता है गौमुख घर, जाने कैसे इसे बनाते हैं और इसमें रहने के 5 फायदे

घर में सुख, शांति और समृद्धि बनाए रखने के लिए वास्तु शास्त्र का सही होना बहुत जरूरी होता है। यही वजह है कि जब लोग घर बनाते हैं तो उसमें वास्तु शास्त्र का भी ध्यान रखते हैं। वास्तु से घर के अंडर सकारात्मक ऊर्जा का लेवल सही बना रहता है। इसके अनुरूप घर बनाने से हम एक सुखी और समृद्ध जीवन जीते हैं। ऐसे में आज हम आपको गौमुख घर के बारे में बताने जा रहे हैं। यदि आप नया घर बनाने जा रहे हैं तो गौमुख घर बनाइए। इससे आपको कई सारे फायदे होंगे।

क्या होता है गौमुख घर?

गौमुख घर गाय के समान आकृति वाले घर को कहते हैं। ऐसे घर गाय की तरह होते हैं। अर्थात मुख से गले तक पतले लेकिन पीछे से चौड़ाई लेते हुए। गौमुख मकान की यह खासियत होती है कि इसका मुख्यद्वार थोड़ा संकरा रखा जाता है, वहीं घर का पिछला हिस्सा चौड़ा बनाया जाता है। जब द्वार संकरा हो तो ये जगह संरक्षित भवन की श्रेणी में आ जाती है। इस तरह इसमें रहने वाले लोगों को एक तरह से सुरक्षा की फिलिंग आती है।

गौमुख घर के फायदें

1. धन की दृष्टि से गौमुख घर उत्तम माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस तरह के घर में धन का संचय अच्छे से होता है। इसमें पैसा आता अधिक है लेकिन जाता कम है। मतलब कमाई ज्यादा होती है और खर्चा कम होता है। इस तरह के घर में धन से जुड़ी कोई भी समस्या नहीं होती है।

2. गौमुख मकान बनवाने पर घर में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं होती है। घर में सुख और शांति सदैव बनी रहती है। परिवार में लड़ाई झगड़ा भी नहीं होता है। बस आपको एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि गौमुख भूमि पर सिर्फ रिहायशी मकान ही बनवाना चाहिए।

3. बिजनेस और व्यापार के लिए गौमुखी स्थान उत्तम नहीं होता है। इसकी वजह ये है कि व्यापार में आवागमन की आवश्यकता होती है, वहीं गौमुखी स्थान पर आई हुई वस्तु अधिकतर स्थायित्व होती है। इससे आपके व्यापार को नुकसान होता है।

4. उत्तर या फिर पूर्व दिशा में गौमुखी भवन का होना बेहद शुभ होता है। इस दिशा में मकान बनाने से सदैव सकारात्मकता का संचार होता रहता है। यदि घर में थोड़ी बहुत नकारात्मकता हो भी तो वह अपने आप ही खत्म हो जाती है।

5. गौमुखी मकान में रहने से घर में धार्मिक माहौल भी बनता है। इस तरह के मकान में रहने वाले लोग धर्म संस्कार और परंपराओं को मानने हैं।

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