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सरकार ने लिया बड़ा फैसला, अब 18 साल से ऊपर वालों को भी लगेगी कोरोना वैक्सीन

केंद्र सरकार कोरोना टीकाकरण का अगला चरण शुरू करने जा रही है और इस चरण के तहत 18 वर्ष से ऊपर की सभी आयु के लोगों का कोरोना टीकाकरण शुरू किया जाएगा। एक मई से इस चरण की शुरूआत कर दी जाएगी। डॉक्टरों के साथ हुई एक बैठक में पीएम मोदी ने ये फैसला लिया है। मोदी ने कहा कि पिछले एक साल से सरकार पूरी कोशिश कर रही है कि देश में ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की डोज दी जाए। इसलिए सरकार ये एलान कर रही है कि अब 18 साल से ऊपर सभी लोगों को एक मई से कोरोना का टीका लगाया जाए।

 

सरकार के अनुसार एक मई से टीकाकरण का तीसरा चरण शुरू होगा। इसमें 18 वर्ष से ऊपर सभी आयु के लोग कोरोना वैक्सीन ले सकेंगे। पीएम मोदी ने कल कहा कि सरकार एक साल से यह सुनिश्चित करने में लगी है कि अधिक से अधिक संख्या में कम से कम समय में वैक्सीन प्राप्त कर सकें। टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण में टीकों की खरीद और टीका लगवाने की पात्रता में ढील दी जा रही है। यानी अब राज्यों को वैक्सीन खरीदने और बांटने की भी छूट दी जाएगी। वैक्सीन बनाने वाली कंपनियां राज्यों को 50 प्रतिशत वैक्सीन दे सकेंगी। राज्य सरकारें अब सीधे कंपनियों से वैक्सीन खरीद सकेंगी।

गौरतलब है कि इस साल 16 जनवरी से देश में कोरोना का टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था। इस अभियान के तहत अब तक देश में कुल बारह करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। इनमें से 1.5 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाई जा चुकी है। अभी तक केवल फ्रंटलाइन श्रमिकों और 45 से ऊपर के लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी जा रही थी। अन्य देशों की तुलना में भारत में टीकाकरण की रफ्तार सबसे तेज है।

वैक्सीन निर्माण के लिए दी क्रेडिट मंजूरी

केंद्र सरकर ने सोमवार को एक ओर अहम फैसला लिया है। जिसके तहत वित्त मंत्रालय ने कोरोना वैक्सीन निर्माताओं भारत बायोटेक (Bharat Biotech) और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को सप्लाई क्रेडिट देने की मंजूरी दे दी है। मंत्रालय ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के लिए 3,000 करोड़ रुपए और भारत बायोटेक के लिए 1,500 करोड़ रुपए का क्रेडिट दिया है।

हाल ही में सीरम के सीईओ अदार पूनावाला ने सरकार से वैक्सीन की क्षमता बढ़ाने के लिए 3,000 करोड़ रुपये की ग्रांट का अनुरोध किया था। इस अनुरोध के बाद सरकार ने क्रेडिट देने की मंजूरी दे दी है। सरकारी की ओर से की जा रही इस आर्थिक मदद से अब ये कंपनियां ज्यादा मात्रा में कोरोना की वैक्सीन बना सकेंगी।

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