अध्यात्म

बेहद रहस्यमयी है अंबाजी मंदिर, पुजारी आंखों पर पट्टी बांधकर करते हैं पूजा, जाने क्यों?

इन दिनों चैत्र नवरात्रि चल रही है। हर कोई माता रानी की भक्ति में लीन दिखाई दे रहा है। ऐसे में आज हम आपको माता रानी का एक ऐसा मंदिर दिखाने जा रहे हैं जहां गर्भगृह में माता की कोई मूर्ति है, बालक यहां एक यंत्र मजूद है। दिलचस्प बात ये है कि इस मंदिर में पुजारी आंखों पर पट्टी बांधकर पूजा करते हैं। तो चलिए बिना किसी देरी के इस मंदिर का रहस्य जान लेते हैं।

जैसा कि आप सभी जानते हैं भारत में मां दुर्गा के सैंकड़ों मंदिर हैं। हालांकि शक्तिपीठ सिर्फ 51 ही हैं। ये ऊन जगहों पर स्थित हैं जहां हिन्दू मान्यताओं के अनुसार देवी सती के शरीर का कोई न कोई अंग गिरा था। ऐसे में ऊन स्थानों पर मंदिर बन गए जिन्हें शक्तिपीठ कहा गया। आज हम आपको गुजरात के बनासकांठा जिले में स्थित रहस्यमयी अंबा धाम या अंबा जी मंदिर (Ambaji mandir) के बारे में बताएंगे।

अंबा जी मंदिर भारत सहित पूरे विश्व में फेमस है। यह अहमदाबाद से 18 किलोमीटर दूर स्थित है। इस मंदिर में भक्तों का जमावड़ा लगा ही रहता है। वे इस मंदिर को बहुत मानते हैं। कहा जाता है कि इस मंदिर में ही भगवान श्रीकृष्ण का मुंडन संस्कार हुआ था। इतना ही नहीं भगवान राम और लक्ष्मण जब मान सीता को खोज रहे थे तो वे इस मंदिर में रुके थे। यहां श्रीराम को माता ने एक दिव्य बाण भी दिया था।

अंबा जी मंदिर भारत के 51 शक्तिपीठों में शामिल है। मान्यता है कि इस जगह मान सती का हृदय गिरा था। इस मंदिर का सबसे बड़ा रहस्य ये है कि यहां के गर्भगृह में मां अंबा की कोई मूर्ति नहीं है। यहां एक अंबा यंत्र रखा हुआ है जिसकी पूजा पुजारी आंखों पर पट्टी बांधकर करते हैं। अंबा देवी के इस यंत्र को गुप्त रखा जाता है। इसे देखने की इजाजत नहीं होती है। यही वजह है कि पुजारी यहां आंखों पर पट्टी बांधकर पूजा पाठ करते हैं।

नवरात्रि में इस मंदिर के अंदर अच्छी खासी भीड़ रहती है। यहां लोग अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं। मान्यता है कि यदि भक्त मंदिर में गरबा करते हुए माता रानी से कोई मनोकामना माँगता है तो वह पूर्ण अवश्य होती है। यही वजह है कि इस मंदिर में लोग बड़ी श्रद्धा भगवाना के साथ आते हैं। यदि आप भी माता रानी के भक्त हैं तो आपको एक बार इस मंदिर में अवश्य जाना चाहिए। यहां आपकी हर मनोकामना पूर्ण होगी।

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