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फर्जी कॉल सेंटर का पुलिस ने किया पर्दाफाश, कम ब्याज का लालच दे लोगों को ठगा करती थी महिलाएं

राजधानी दिल्ली में चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा पुलिस ने किया है। पुलिस के अनुसार इस कॉल सेंटर के जरिए लोगों को ठगा जा रहा था। इसका संचालन एक मकान से किया जा रहा था। वहीं मुखबिर के बाद पुलिस ने मकान में छापा मारा और इस दौरान कई लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार यहां पर आठ महिलाएं बतौर टेली कॉलर काम कर रही थी। जिन्हें पकड़ लिया गया है। जबकि कॉल सेंटर चलाने वाला मुख्य आरोपी अभी फरार है। जिसकी तलाश में पुलिस छापेमारी कई जगह पर कर रही है।

पुलिस के अनुसार उन्हें जांच में पता चला है कि कॉल सेंटर के जरिए ये लोगों से पैसे ठगा करते थे। ये लोगों को कम ब्याज पर लोन दिलाने का झांसा देते थे। पुलिस को सूचना मिली थी कि सेवक पार्क स्थित एक मकान में फर्जी कॉल सेंटर चल रहा है। जिसके बाद यहां पर छापेमारी की गई। छापेमारी में पुलिस को यहां से पंद्रह मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और 13 नोटबुक मिले। जिन्हें जब्त कर लिया गया है।

बिंदापुर थाने में तैनात एसआई धर्मवीर अन्य पुलिसकर्मियों के साथ बुधवार शाम इलाके में गश्त कर रहे थे। इसी दौरान मुखबिर ने उन्हें फर्जी कॉल सेंटर के बारे में बताया। जिसके बाद एसआई धर्मवीर ने वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी और अपनी पुलिस टीम के साथ मकान पर दबिश दी। दबिश के दौरान पाया कि पहली मंजिल पर कॉल सेंटर चल रहा था। आठ महिलाएं मोबाइल और नोटबुक पर काम कर रही थी।

पुलिस ने यहां काम कर रही महिलाओं से पूछताछ की। जिसमें पता चला कि दीपक नाम का व्यक्ति कॉल सेंटर चलाता है और एक फाइनेंस कंपनी के नाम से कम ब्याज पर लोन देने का काम करता है। महिलाओं की नोटबुक पर पुलिस को कई सारे मोबाइल नंबर भी मिले। जिनपर पुलिस ने फोन किया। फोन करने पर पुलिस को पता चला कि इन्हें चार फीसदी ब्याज पर लोन देने का वादा किया गया था। इसके एवज में रजिस्ट्रेशन व अन्य कामों के लिए 25 सौ रुपये से लेकर 24 हजार रुपये उनसे लिए गए हैं। लेकिन अभी तक उन्हें लोन नहीं दिया गया और न ही रकम वापस की गई।

पुलिस ने फौरान कॉल सेंटर में काम करने वाली सभी महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया। महिलाओं ने बताया कि वो जिन भी लोगों को ठगी के लिए कॉल करते थे। उनकी सारी जानकारी नोटबुक पर नोट करते थे। ठगी करने पर जो रकम मिलती थी। उसमें से दीपक उन्हें पांच फीसदी देता था।

इस मामले के मुख्य आरोपी दीपक की खोज में पुलिस लगी हुई है और जो जानकारी अभी तक उसके बारे में पुलिस को लगी है। उसके आधार पर उसकी खोज की जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दीपक की गिरफ्तारी के बाद ही पूरे मामले का खुलासा हो पाएगा और ये पता चल पाएगा कि ये अभी तक कितने लोगों को ठग चुका है।

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