अध्यात्म

सभी प्रकार के मंगल दोष दूर कर देती है बरगद की जड़, जाने इसे कब और कैसे धारण करनी चाहिए

हिन्दू धर्म में बरगद का पेड़ पूजनीय माना जाता है। कुछ खास अवसरों पर इसकी विशेष पूजा की जाती है। वैसे बरगद के का सिर्फ पेड़ ही नहीं बल्कि इसकी जड़े भी काफी अहमियत रखती है। इससे ग्रहों की शांति जैसे शुभ कार्य भी किए जा सकते हैं। आज हम आपको बरगद के पेड़ की जड़ से जुड़ी कुछ दिलचस्प बाते बाताने जा रहे हैं। इस जड़ को कब और क्यों धारण किया जाता है इस पर भी चर्चा होगी।

1. यदि आपकी जन्मकुंडली में मंगल दोष है तो बरगद के पेड़ की जड़ से इसका समाधान किया जा सकता है। ज्योतिष शास्त्र की माने तो बरगद के पेड़ पर मंगल का आधिपत्य माना जाता है। इसलिए यदि आप मंगल ग्रह को शांत करना चाहते हैं तो आपको बरगद की जड़ धारण करना चाहिए। इससे मंगल दोष से जुड़ी सभी समस्याएं खत्म हो जाएगी।

2. यदि मांगलिक दोष के चलते आपका विवाह नहीं हो रहा है तो बरगद की जड़ से इस समस्या का निवारण किया जा सकता है। आप बस इसकी जड़ को धारण कर लें। ऐसा करने से मांगलिक दोष समाप्त हो जाएगा और जल्द ही आपका विवाह सम्पन्न होगा।

3. यदि आप अपने सपनों का महल बनाना चाहते हैं, मकान बेचना या खरीदना चाहते हैं, प्रॉपर्टी में हिस्सा चाहते हैं या भूमि, भवन, संपत्ति संबंधी कोई भी कार्य बिना किसी रुकावट के करना चाहते हैं तो बरगद के पेड़ की जड़ धारण करना एक अच्छा उपाय होता है।

4. बरगद की जड़ का लॉकेट बहुत काम की चीज होता है। इसे धारण करने से प्रॉपर्टी के बिजनेस और खेती में बहुत लाभ होता है। वहीं इससे जुड़े अन्य कार्यों में भी फायदा होता है।

5. इस जड़ को धारण करने से कर्ज से मुक्ति भी मिल जाती है। ये किसी न किसी तरह आपके लिए धन की जुगाड़ कर देती है।

6. इसकी जड़ को पहनने से माइंड फोकस्ड रहता है। इससे आपको एक तरह की मानसिक शांति प्राप्त होती है। आपके विचार शुद्ध हो जाते हैं। दिमाग की एकाग्रता बढ़ जाती है।

बरगद की जड़ धारण करने का तरीका

बरगद की ज़ड़ को बुधवार, मंगलवार या मृगशिरा, चित्रा या धनिष्ठा नक्षत्र में ही धारण करना चाहिए। जब आप इसे पहन लें तो एक बार गंगाजल और गाय के कच्चे दूध से घो लें। इसे आप सफेद कपड़े में बांधकर कमर या बाजू में बांध सकते हैं। वहीं इसे चांदी के लॉकेट में डालकर भी धारण किया जा सकता है। इसे पहनने से पहले इसकी पूजा पाठ करना न भूलें।

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