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MBBS टॉपर ने लगाई फांसी, हॉरर पेंटिंग बनाने का था शौक, पास मिला डेढ़ पेज का सुसाइड नोट

बहुत से स्टूडेंट्स बड़े होकर डॉक्टर बनने का सपना देखते हैं। वे मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए दिन रात मेहनत करते हैं। फिर भी बहुत से लोगों का सिलेक्शन नहीं हो पाता है। आज हम आपको एक ऐसे स्टूडेंट से मिलाने जा रहे हैं जो न सिर्फ MBBS की पढ़ाई कर रहा था बल्कि वह अपनी क्लास का टॉपर भी था। लेकिन फिर भी उस स्टूडेंट ने फांसी लगाकर अपनी ज़िंदगी समाप्त कर ली।

यह हैरान कर देने वाला मामला हरियाणा के हिसार जिले का है। यहां महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज अग्रोहा में MBBS फर्स्ट ईयर में पढ़ने वाले आशीष नाम के स्टूडेंट ने पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आशीष ने सोमवार को खुदखुशी की। उसके पास से डेढ़ पेज का सुसाइट नोट भी मिला। वह हॉस्टल में रहता था। उसकी मौत का पता तब चला जब उसका दोस्त आशीष से मिलने आया। दोस्त ने बहुत देर दरवाजा खटखटाया लेकिन आशीष ने कोई जवाब नहीं दिया।

दोस्त को किसी अनहोनी के होने का शक हुआ। ऐसे में उसने पुलिस को कॉल किया। इसके बाद जब पुलिस मौके पर आई और दरवाजा खोला तो आशीष पंखे पर लटका हुआ मिला। आशीष के पास पुलिस को डेढ़ पेज का सुसाइड नोट भी मिला। इसमें उसने अपने मरने का कारण लिख रखा था। उसने अपने सुसाइड नोट में बताया कि वह लाइफ से दुखी हो चुका था। उसका कहना था कि ऐसी ज़िंदगी से क्या मतलब जिसका कोई लक्ष्य ही न हो। बस जिए जाओ। इसलिए वह दुनिया को अलविदा कह गया।

पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है। सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग भी आशीष की लिखावट से मैच की जा रही है। उधर अन्य छात्रों का कहना था कि आशीष बीते कई दिनों से मानसिक तनाव से गुजर रहा था। वह किसी से ज्यादा बातचीत भी नहीं करता था।

आशीष अपनी बैच का टॉप स्टूडेंट था। वह हर चीज बाकियों से पहले पूरी कर लेता था। उसे पेंटिंग्स बनाने और कविताएं लिखने का अभी बड़ा शौक था। वह सिर्फ हॉरर पेंटिंग बनाया करता था। इसके साथ ही दर्द भरी कविताएं भी लिखता था। वह ये सब चीजें सोशल मीडिया पर पोस्ट भी करता था। वह जब भी दुख महसूस करता था तो पेंटिंग बनाकर और कविताएं लिखकर अपना दुख बयां करता था।

इस घटना के बाद पूरे हॉस्टल में गम का महोल है। हर कोई इस घटना के बाद हैरान परेशान है। सभी का यही कहना था कि सुसाइड ऑप्शन नहीं था।

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