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ब्लड बैंकों ने 5 साल में फेंक दिया 28 लाख यूनिट खून, कौन है इसका जिम्मेदार?

ब्लड बैंक : आये दिन आपने अपने घर और आसपास में लोगों की मौत की वजह इलाज के दौरान खून की कमी सुना होगा. आपने सुना होगा कि ब्लड बैंक से खून नहीं मिला पाया और फलां व्यक्ति की मौत हो गयी. एक यूनिट खून की कमी पूरी नहीं हो पाई और किसी की मौत हो गई. कई बार आपने देखा होगा कि ब्लड बैंक में एक्सचेंज बेसिस पर खून उपलब्ध नहीं है. जिसके चलते किसी व्यक्ति को समय पर खून नहीं मिला पाया और उसकी मौत हो गई.

हर साल भारत में 30 लाख यूनिट खून की कमी पड़ती है :

हम आये दिन अपने आस पास ऐसी खबरों से दो चार होते हैं. खून की कमी से किसी अपने का जाना बहुत अखरता है, एक रिपोर्ट के मुताबिक हर साल भारत में 30 लाख यूनिट खून की कमी पड़ती है. दुर्घटनाओं और बीमारियों के दौरान खून की कमी से हजारों लोगों की मौत हो जाती है. ऐसे में एक चौंकाने वाली खबर आई है जिसे जानने के बाद आप हैरान रह जायेंगे और ब्लड बैंकों और उनकी प्रणाली पे सवाल उठाएंगे.

5 सालों में 28 लाख यूनिट खून बर्बाद :

दरअसल हमारे देश में बीते 5 सालों में 28 लाख यूनिट खून बर्बाद हो गया और जीवन के लिए सबसे महत्वपूर्ण तत्वों में से एक रक्त की इस बर्बादी का सबसे बड़ा कारण खुद ब्लड बैंक हैं. जिन ब्लड बैंकों में खून को सुरक्षित रखने और प्रयोग कर किसी की जान बचाने लायक बनाये रखने के लिए हर साल करोड़ों रूपये खर्च होते हैं वही ब्लड बैंक इतनी बड़ी मात्रा में जीवनदायी रक्त की बर्बादी के कारण हैं.

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक चेतन कोठारी नाम के एक शख्स ने आरटीआई के माध्यम से ब्लड बैंकों से जुड़ी यह जानकारी मांगी थी जिसमें इस बात का खुलासा हुआ कि पिछले 5 साल में ब्लड बैंकों की लापरवाही से 28 लाख यूनिट खून और खून से जुड़े अन्य जीवनदायी अवयव नष्ट हो गए. अगर लीटर में मापा जाये तो बर्बाद हुए खून की मात्रा लगभग 6 लाख लीटर होगी. यह देश भर में स्टोर किये गए खून का लगभग 6 प्रतिशत है. अगर इसे पानी के टैंकरों में भरा जाये तो इसके लिए 56 वाटर टैंकर्स की जरूरत पड़ेगी.

आपको बता दें कि खून की बर्बादी के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु हैं. बर्बाद अवयवों में खून के अलावा रेड ब्लड सेल्स, प्लाज्मा और अन्य तत्व शामिल थे. यह इस देश की विडम्बना ही है कि जहां हर साल हजारों लोग खून और उसके अवयवों की कमी के कारण अपना जीवन खो देते हैं वहां इतनी बड़ी मात्रा में खून और उसके जरूरी तत्वों को लापरवाही के कारण नष्ट कर दिया जाता है.

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