अध्यात्म

कुंभ मेले आना है, तो साथ लानी होगी नेगेटिव कोविड रिपोर्ट, पढ़ें केंद्र की ओर से जारी गाइडलाइन

हरिद्वार में होने वाले कुंभ मेले के लिए केंद्र सरकार द्वारा गाइडलाइन जारी कर दी गई है और इस गाइडलाइन का पालन करने वाले लोगों को ही इस मेले में आने की अनुमति दी जाएगी। जारी की गई गाइडलाइन के तहत कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को अपने साथ कोरोना की रिपोर्ट लानी होगी। जो कि 72 घंटे की होनी चाहिए। गाइडलाइन में कहा गया है कि श्रद्धालुओं को अनिवार्य रूप से अपने साथ 72 घंटे पहले की कोविड-मुक्त होने की जांच रिपोर्ट लानी होगी। रिपोर्ट देखने के बाद ही उन्हें गंगा मेें डूबकी लेने की अनुमति दी जाएगी।

केंद्र की तरफ से राज्य सरकार के लिए भी निर्देश जारी किए गए हैं और कहा गया है कि वो मेले में ऐसे हेल्थ केयर वर्कर को ही ड्यूटी पर तैनात करें, जिन्हें वैक्सीन दे दी गई हो। वहीं जिन लोगों की यहां पर ड्यूटी लगनी है, उन्हें भी कोरोना वैक्सीन लगाई जाए।

गौरतलब है कि इस साल उत्तराखंड के हरिद्वार में महाकुंभ मेले का आयोजन किया जा रहा है। जो कि 27 फरवरी से 30 अप्रैल तक होगा। 27 फरवरी को माघ पूर्णिमा, 11 मार्च को महाशिवरात्रि और 21 अप्रैल रामनवमी है। ऐसे में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के यहां आने की संभावना है। कोरोना के खतरे को देखते हुए सरकार द्वारा ये गाइडलाइन जारी की गई है।

विस्तार से पढ़ें गाइडलाइन

केंद्र सरकार की तरफ से जारी गाइडलाइन के अनुसार कुंभ में आने वाले सभी भक्तों और श्रद्धालुओं को अनिवार्य रूप से रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।

कुंभ मेले में स्नान के लिए आ रहे सभी श्रद्धालुओं का कोरोना टेस्ट होगा और नेगेटिव रिपोर्ट होने पर ही उन्हें मेले में प्रवेश लेने की अनुमति दी जाएगी।

गर्भवती महिलाओं, 65 साल से अधिक उम्र के लोगों, 10 साल से कम उम्र के बच्चे और गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को मेले में न लाने को कहा गया है।

कुंभ के दौरान छह फीट की सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। मास्क पहनने, सैनिटाइजेशन सहित सभी प्रकार के कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। कुंभ मेले के दौरान प्रार्थना सभा का आयोजन नहीं होगा।

किसी भी स्थान पर थूकना प्रतिबंधित होगा। कुंभ मेले में मेला प्रशासन को एंबुलेंस की व्यवस्था और 1000 बेड वाला अस्थाई अस्पताल बनाना होगा। जिसे विस्तारित 2000 बिस्तर तक किया जाए सके।

स्वास्थ्यकर्मी और अग्रिम मोर्चे पर रहकर काम करने वाले कर्मचारियों का टीकाकरण करना होगा।

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