समाचार

देखें : सेना पर ‘पत्थर’ बरसाने वाले ‘पत्‍थरबाजों’ की सेना ने ही कैसे बचाई जान!

श्रीनगर क्या आप कभी किसी ऐसे व्यक्ति की मदद करने के बारे में सोच सकते हैं, जो आप पर आये दिन पत्थर बरसा रहा हो, दिन रात-बद्दुवाएं दे रहा हो। नहीं न! आप और हम ऐसा नहीं कर सकते क्योंकि भारतीय सेना के सैनिक नहीं हैं। भारतीय सेना ने एक बार फिर अपनी बहादुरी और जज्बे से देश का सम्मान बढाया है। दरअसल, जम्‍मू कश्‍मीर में इन दिनों मौसम काफी खराब चल रहा है, अमूमन अप्रैल के माह में घाटी में बर्फबारी नहीं होती, लेकिन शायद भगवान भी उन पत्थरबाजों से खफा हैं जो उनकी सुरक्षा के लिए खड़े किए गए सैनिकों को पत्थर मार रहे हैं। Flood in Kashmir.

घाटी में बाढ़ के हालात, सेना कर रही मदद –

घाटी में बर्फबारी और भारी बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ आ गई है। लोग जहां-तहां फंसे हुए हैं स्कूल कालेजों को बंद कर दिया गया है। इस सबके बीच शायद ही कोई कश्मीरी यह कल्पना कर रहा होगा कि भारतीय सेना ऐसे हालात में उनकी मदद करेगी, लेकिन सेना एक बार फिर सब कुछ भूलकर लोगों की जान बचाने के लिए आगे आई है।

गौरतलब है कि यह वही कश्मीरी हैं जो आतंकियों के साथ एनकाउंटर के दौरान सुरक्षाबलों पर पत्‍थरबाजी कर रहे हैं। कश्‍मीर में भारी बर्फबारी और बाढ़ के कारण फंसे हुए लोगों को सेना ने उन्‍हें सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया है। भूस्‍खलन के कारण जम्‍मू कश्‍मीर नेशनल हाइवे को बंद कर दिया गया है।

पत्थरबाजों की जान बचा रही है सेना –

 

श्रीनगर में गुरुवार से ही भारी बारिश और बर्फबारी हो रही है, क्‍योंकि अप्रैल के माह में ऐसा मौसम नहीं होता है इसलिए सब हैरान हैं। लोगों को अपने घरों से न निकलने की सलाह दी गई है, क्‍योंकि इलाके में पानी का स्‍तर लगातार बढ़ रहा है। कुछ इलाकों में बाढ़ की स्थिती हो गई है।

Flood in Kashmir

ऐसे में जब कश्मीरियों को मदद की जरूरत है तो भारतीय सैनिक पत्थर खाकर भी इन लोगों की मदद कर रहे हैं, यह वाकई एक मिसाल है। गौर करने वाली बात यह है कि घाटी में बुरहान वानी के एकाउंटर के बाद से हिंसा जारी है और कश्मीर के युवा सेना पर आये दिन पत्थबाजी कर रहे हैं। अब तो इन लोगों ने सेना के आतंकियों से जुड़े ऑपरेशनों में भी दखल देना शुरू कर दिया है।

Back to top button