अध्यात्म

भूलकर भी नहीं करने चाहिए पूजा के दौरान ये काम, परेशानियों और दरिद्रता का होता है आगमन!

नवरात्रि का समय चल रहा है, ऐसे में शायद ही कोई घर होगा, जहां देवी-देवताओं की पूजा नहीं की जाती है। पूजा के दौरान भगवान को खुश करने के लिए लोग तरह-तरह की चीजें उन्हें अर्पित करते हैं। कई बार ना चाहते हुए भी कुछ लोग कुछ ऐसा काम कर देते हैं, जिससे भगवान नाराज हो जाते हैं। भगवान के नाराज होते ही उनपर दरिद्रता और परेशानियों का हमला शुरू हो जाता है। ऐसे में व्यक्ति को पूजा के समय कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है, उसका ध्यान रखकर कोई भी भगवान को प्रसन्न कर सकता है और इन अनचाही परेशानियों से बच सकता है।

करें ये काम:

*- भगवन विष्णु और कृष्ण दोनों एक ही हैं, इसलिए दोनों को तुलसी बहुत प्रिय हैं। इनको प्रसाद अर्पित करते समय इस बात का ख़ास ध्यान दें कि प्रसाद में तुलसी के पत्ते जरूर हों। कुछ लोग तुलसी के बहुत सारे पत्ते एक साथ तोड़कर रख लेते हैं और सुखाकर इन्हें कई दिनों तक उपयोग में लाते रहते हैं। यह किसी भी तरह से शुभ नहीं होता है।

*- हर पूजा के बाद या पहले भगवान के आगे दीपक जलाया जाता है। दीपक जलाने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि दीपक टूटा हुआ या खंडित नहीं होना चाहिए। टूटा हुआ दीपक जलाने से दरिद्रता और अशुभ फलों की प्राप्ति होती है। इसलिए भूलकर भी टूटे हुए दीपक का प्रयोग नहीं करना चाहिए।

*- भगवान को पूजा के समय माला या फूल सभी लोग चढ़ाते हैं। लेकिन कुछ ही लोग इसका ध्यान रख पाते हैं, बाकी चढाने के बाद भूल जाते हैं। इस वजह से माला या फूल सूख जाते हैं। सूखे हुए फूल या माला को घर में रखना बहुत ही अशुभ माना जाता है। शाम होने से पहले ही मंदिर के सूखे हुए फूल और माला को हटा देना चाहिए।

*- घर या मंदिर में भगवान की टूटी हुई मूर्ति या फटा हुआ चित्र रखना अशुभ माना जाता है। अगर आपके घर में भी धातु या मिट्टी से बनी हुई कोई प्रतिमा टूट गयी है तो उसे नदी में प्रवाहित कर दें या उसे पीपल के पेड़ के नीचे रख दें।

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