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दिल्ली दंगा आरोपी ताहिर हुसैन की अर्जी को कोर्ट ने किया खारिज, पुलिस पर लगाए थे ये संगीन इल्जाम

आम आदमी पार्टी (आप) के निलंबित निगम पार्षद ताहिर हुसैन की और से दाखिल की गई अर्जी को कोर्ट ने खारिज कर दिया है। इस अर्जी में ताहिर हुसैन ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कोर्ट से कहा था कि दिल्ली पुलिस अपने अधिकारों का गलत प्रयोग कर रही है। आपको बता दें कि ताहिर हुसैन उत्तरी-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के आरोपी हैं और इस समय पुलिस की हिरासत में है। ताहिर हुसैन पर फरवरी महीने में दिल्ली में हुए दंगों को भड़काने और इसकी साजिश रचने का आरोप है।

क्या कहा अपनी अर्जी मेेें

दिल्ली के कोर्ट में दाखिल की गई अर्जी में आरोपी ताहिर हुसैन ने कहा था कि पुलिस अपने अधिकारों का गलत प्रयोग कर रही है और उनके खिलाफ झूठे, फर्जी लंबित मामले दिखा रही है। ताहिर के अनुसार दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ दर्ज छठी प्राथमिकी के संबंध में अदालत को सूचना नहीं दी है। वहीं इस अर्जी को मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट पुरुषोत्तम पाठक ने खारिज कर दिया है और इन्होंने जांच अधिकारी, थाना प्रभारी, उत्तरी-पूर्वी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के उपायुक्त के खिलाफ जरूरी कानून कार्रवाई करने का अनुरोध स्वीकार नहीं किया।

हुई थी 53 लोगों की मौत

दिल्ली में हुए इस दंगों में 53 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि 200 से अधिक लोग घायल हुए थे। इतना ही नहीं दंगों के दौरान लोगों के घरों, दुकानों, गाड़ी और इत्यादि चीजों को जला दिया गया था। साथ में ही दंगाइयों ने स्थानीय लोगों और पुलिस कर्मियों पर पथराव भी किया था।

दंगे के बाद से था फरार

ताहिर हुसैन चांदबाग इलाके में रहता था और ये इलाका भी इन दंगों से प्रभावित हुआ था। इस इलाके में रहने वाले युवक व आईबी अफसर अंकित शर्मा की हत्या दंगे के दौरान कर दी गई थी। अंकित को उसके घर से पकड़कर दंगाई ले गए थे। जिसके बाद अंकित की लाश नाले में मिली थी। वहीं दंगों से जुड़ी एक वीडियो वायरल हुई थी। जिसमें ताहिर हुसैन अपने घर की छत पर नजर आ रहा था। ताहिर हुसैन की छत पर से ही दंगाई लोगों पर पत्थर फेंके रहे थे। ये वीडियो वायरल होने के बाद से ताहिर हुसैन फरार हो गया था और कई दिनों बाद जाकर इसने अपना आत्मसमर्पण किया था।

दंगे के लिए ताहिर ने बांटे थे 1 करोड़ रुपये

इस मामले की जांच करते हुए पुलिस ने पाया था कि इन दंगों को करवाने की साजिश लंबे समय से की जा रही थी। पुलिस के अनुसार इन दंगों के लिए विदेश से पैसे भेज गया था और ताहिर ने दंगा करवाने के लिए 1.10 करोड़ रुपये बांटे थे। वहीं इस मामले में नाम सामने आने के बाद ताहिर को आप पार्टी ने निकाल दिया गया था।

ताहिर हुसैन ने नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनकारियों से मुलाकात भी की थी। जिसके बाद 24 फरवरी को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, घोंडा, चांदबाग, शिव विहार, भजनपुरा, यमुना विहार इलाकों में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे। इस समय ताहिर के खिलाफ हत्या, दंगे भड़काने सहित कई मामलों में केस दर्ज है।

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