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ऐसे ही नंबर 1 खिलाड़ी नहीं बने धोनी, ये 11 रिकॉर्ड्स और खूबियां बयां करती हैं सफलता की कहानी

धोनी के नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं लेकिन एक रिकॉर्ड ऐसा भी है जिसे कोई खिलाड़ी कभी भी नहीं तोड़ पाएगा

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और शानदार बल्लेबाज एमएस धोनी आज अपना 39वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस खास मौके पर खेल जगत से जुड़े कई दिग्गजों ने उन्हें बधाई दी है। धोनी ने साल 2004 में भारत के लिए क्रिकेट वर्ल्ड में डेब्य़ू किया था। हालांकि पिछले कुछ समय से धोनी फील्ड से दूर हैं, लेकिन फैंस का प्यार और विश्वास उनके लिए कम नहीं हुआ है। धोनी को कैप्टन कूल और माही के अलावा ग्रेट फिनिशर के नाम से भी जाना जाता है। आज कैप्टन कूल के जन्मदिन के मौके पर आपको बताते हैं उनकी उपलब्धियों के बारे में जो कहती हैं कि क्रिकेट वर्ल्ड में सिर्फ एक ही धोनी है।

भारत को दिलाई तीनों बड़ी ट्रॉफिया

धोनी के नाम ICC की तीन बड़ी ट्रॉफिया हैं। इसमें 2007 का वर्ल्ड टी-20, 2011 का वर्ल्ड कप और 2013 की ICC Champions Trophy भी शामिल है। भारतीय टीम को आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में टॉप पर ले जाने का काम भी एमएस धोनी ने ही किया है। 28 साल के लंबे इंतजार के बाद धोनी ने ही भारत को दूसरा वर्ल्ड कप जीताया था।

तीसरे सबसे सफल विकेट कीपर

धोनी तीसरे सबसे सफल विकेटकीपर माने जाते हैं। उन्होंने अपने 500 मैच में 780 खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा है। इसमें सबसे पहले नंबर पर दक्षिण अफ्रीका के मार्क बाउचर हैं जिन्होंने 998 खिलाड़ियों को पवेलिया का रास्ता दिखाया है। वहीं दूसरे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया के एडम गिलक्रिस्ट हैं जिन्होंने 905 खिलाड़ियों को वापस भेजा है।

स्टंपिंग का भी रिकॉर्ड दर्ज

एमएस धोनी के नाम एक और बड़ा ही दिलचस्प और अनोखा रिकॉर्ड हैं। उन्होंने बिना हॉफ सेंचुरी मारे सबसे ज्यादा रन बनाए हैं। धोनी ने 1000 रन बनाए हैं बिना किसी अर्धशतक लगाए।

T-20 में धोनी सबसे सफल विकेटकीपर साबित हुए हैं जहां उन्होंने 82 लोगों को बैक टू पवैलियन कर दिया था। उनके नाम सबसे ज्यादा स्टंपिंग करने का भी रिकॉर्ड हैं। उन्होंने अभी तक 178 स्टंपिग्स की है।

कप्तान के तौर पर लगाए सबसे ज्यादा छक्के

धोनी ने अपना पहला वनडे और टेस्ट शतक पाकिस्तान के खिलाफ मारा था जहां उन्होंने 148 रनों की शानदार पारी खेली थी।

छक्के जड़ने के रिकॉर्ड में धोनी चौथी लिस्ट पर हैं। वनडे मुकाबलों में धोनी ने अभी तक कुल 217 छक्के मारे हैं। एक कप्तान के तौर पर उन्होंने सबसे ज्यादा छक्के लगाए हैं।

गेंदबाजी में भी दिखाया दम

7वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए धोनी ने सबसे ज्यादा शतक मारे हैं। इसी क्रम में बल्लेबाजी करते हुए धोनी के नाम कुल 2 शतक है।

शानदार विकेटकीपर और दमदार बल्लेबाजी करने वाले धोनी ने अभी तक 9 बार गेंदबाजी भी की है। उनका पहला विकेट 2009 में वेस्टइंडिज के खिलाफ आया था।

दो बार ICC वनडे क्रिकेटर ऑफ द ईयर बने धोनी

एफ्रो एशियन कप में महेला जयवर्धने के साथ 218 रनों की पार्टनरशिप अभी तक की सबसे बड़ी पार्टनरशिप मानी जाती है। ये एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है।

धोनी पहले ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके नाम लगातार दो बार ‘ICC वनडे क्रिकेटर ऑफ द ईयर’ का अवॉर्ड दर्ज है।

तीन ICC ट्रॉफी जीतने वाले एकलौते खिलाड़ी

एमएस धोनी जितना अपनी काबिलियत पर भरोसा करते हैं उतना ही फैंस भी उनके हौंसले को बढ़ाते हैं। धोनी सिर्फ क्रिकेट में ही नहीं बल्कि फुटबाल में भी गजब दिलचस्पी रखते हैं। अपने स्कूली दिनों में क्लब और राजस्तरीय स्तर पर फुटबॉल भी खेला है। उन्हें बैडमिंटन, टेनिस, स्नूकर और मोटर रेसिंग जैसे खेल भी काफी पसंद हैं।

धोनी ने भारत के लि 90 टेस्ट मैच खेले हैं। 30 दिसबंर 2014 को धोनी ने टेस्ट टीम से अचानक सन्यास ले लिया। उनकी कप्तानी में भारत ने बहुत सफल पारियां खेली हैं। अब विराट कोहली टेस्ट टीम के कप्तान बने हैं। इसके बाद धोनी ने 4 जनवरी 2017 को वनडे और टी-20 की कप्तानी भी छोड़ दी। इसर तरह धोनी प्रेमियो के लिए ‘कैप्टन कूल’ का गोल्डन ऐरा खत्म हुआ।

आईसीसी ने 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के बाद से इस टूर्नामेंट को ही खत्म कर दिया है। ऐसे में धोनी एकलौते ऐसे कप्तान हैं जिनकी कप्तानी में टीम ने तीनों आईसीसी ट्रॉफी जीती हैं। 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप, 2011 में वनडे वर्ल्ड कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी के खिताब भारत ने धोनी की कप्तानी में जीते हैं।

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