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चीन ने दी भारत को चेतावनी, कहा- पाकिस्तान और नेपाल भी खोल सकते हैं सीमा पर सैन्‍य मोर्चा

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स में भारत को चेतावनी दी गई है। ग्लोबल टाइम्स में चीन ने कहा है कि यदि सीमा पर तनाव जारी रहता है तो भारत को चीन, पाकिस्तान और नेपाल से सैन्य दबाव का सामना करना पड़ सकता है। चीन के इस भड़काऊ बयान से भारत-चीन के बीच तनाव और अधिक बढ़ सकता है।

एक तरफ गलवान घाटी में तनाव कम करने के लिए दोनों देश मेजर जनरल लेवल की बातचीत कर रहे हैं, वहीं दूसरी और चीन की और से भारत को चेतावनी दी जा रही है। समाचार पत्र में शंघाई अकेदमी ऑफ सोशल साइंसेज के इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशंस के शोध सहयोगी हू झिओंग के हवाले से लिखा गया है कि भारत एक ही समय में चीन, पाकिस्‍तान और नेपाल के साथ सीमा विवाद में लगा हुआ है।

पाकिस्तान-नेपाल की दोस्ती का दिया हवाला

ग्लोबल टाइम्स में चीन ने नेपाल और पाकिस्तान से अपनी दोस्ती का जिक्र भी किया है और इस दोस्ती के माध्यम से भारत को डराने की कोशिश की है। ग्लोबल टाइम्स में चीन ने लिखा है कि  पाकिस्‍तान, चीन का एक विश्‍वसनीय रणनीतिक‍ि साझेदार है। इसके साथ ही नेपाल से भी चीन के साथ अच्छे संबंध हैं। पाकिस्‍तान और चीन, चीन प्रस्‍तावित बेल्‍ट एडं रो इनिशिएटिव के तहत महत्‍वपूर्ण साझेदार हैं। अगर भारत सीमा पर तनाव बढ़ाता है। तो भारत दो या दो से अधिक मोर्चों पर सैन्‍य दबाव का सामना कर सकता है। तीन मोर्चों पर सामना करना भारत की सैन्‍य क्षमता के परे है। इससे भारत की विनाशकारी हार हो सकती है।

हिंसक झड़प के लिए भारत की सेना जिम्‍मेदार

सोमवार को सीमा पर हुई भारत-चीन के बीच हिंसक झड़प को लेकर ग्‍लोबल टाइम्‍स ने लिखा है कि चीन का सीमा रेखा में बदलाव का कोई इरादा नहीं है। वास्‍तविक नियंत्रण रेखा पर हुए खूनी संघर्ष के लिए भारतीय सैनिक जिम्‍मेदार हैं। भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को उकसाया था।

सैनिकों की मौत के लिए खुद जिम्मेदार

ग्लोबल टाइम्स में चीन ने भारतीय सैनिकों की शहदत पर कहा है कि सीमा पर 20 भारतीय सैनिकों की मौत के लिए भारत खुद जिम्‍मेदार है। अपने इस बयान में चीन ने हिंसक झड़प के लिए खुद को बेकसूर बताया है।

गौरतलब है कि गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच हिंसक झड़प हुई थी। भारत सेना का आरोप है कि चीन की सेना ने पत्थर और लाठी से हमला किया था। जिसके बाद भारतीय सेना ने इसका जवाब चीन को दिया था। इस झड़प में भारत सेना के 20 जवान शहीद हुए थे और 4 जवान घायल बताए जा रहे हैं। हालांकि चीन की और से अभी तक ये पुष्टि नहीं की गई है कि उसके कितने सैनिक इस झड़प में मारे गए हैं। लेकिन सूत्रों के अनुसार इस झड़प में चीन को काफी नुकसान हुआ है और चीन के 40 से अधिक सैनिक मारे गए हैं। 15 जून की इस घटना को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है। वहीं इस तनाव को कम करने के लिए बुधवार को दोनों देश ने मेजर जनरल लेवल पर बातचीत की थो जो कि बेनतीजा रही थी और आज ये बैठक फिर की जा रही है।

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