राजनीति

भारत-चीन विवाद पर विपक्ष को कुमार विश्वास की दो टूक, कहा- ‘बाद में PM मोदी को घेर लेना, अभी..’

जिन के बाप दादाओं ने आधा कश्मीर चीन को दे दिया और आधा पाकिस्तान को, वो खुद को तोपचन्द समझते हैं

एक तरफ कोरोना वैश्विक महामारी और दूसरी तरफ नई नई आपदाएं और विपदाएं। हर रोज ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं, जो दिल दहला देती हैं। सोमवार रात भारत-चीन सैनिक संघर्ष में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए। इस घटना के बाद पूरा देश स्तब्ध हो गया और लोग चीन के खिलाफ गुस्से से भर गए। इस घिनौने हरकत से चीन ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह धोखेबाज है और बिल्कुल भी भरोसे लायक नहीं है।

इस हिंसक सैनिक संघर्ष के बाद देश की राजनीतिक गलियारों में भी हलचल बढ़ गई है और इस वक्त पूरा विपक्ष फ्रंट फुट पर आ गया है। विपक्ष ने सरकार के विदेश नीति पर कई सवाल खड़े किए हैं। इसी बीच युवाओं के चहेते और देश के सुप्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास ने देशवासियों से ये अपील की है कि सभी एकजुट रहें।

कुमार विश्‍वास ने ट्वीट कर साधा विपक्ष पर निशाना

कविराज कुमार विश्वास ने गालवन घाटी (पूर्वी लद्दाख) में भारत चीन हिंसक झड़प में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को विनम्र श्रद्धांजलि दी है। श्रद्धाजंलि देते हुए उन्होंने लिखा, हम सब गस्से में हैं, हम सब चिंतिंत हैं, हम सब बेचैन हैं, हमें आप सब पर पूरा भरोसा व बेहद गर्व है। इसी के आगे उन्होंने लिखा, लेकिन इस उत्तेजना के बीच कुछ भी अनर्गल बोलने लिखने से पहले उन परिवारों के बारे में सोचिए जिनके बेटे हमारी-आपकी रक्षा के लिए आज शहीद हुए हैं। कुमार विश्वास ने इंडियन आर्मी को टैग करते हुए लिखा, ‘@adgpi पूरा देश आपके साथ है,हमें आप सब पर पूरा भरोसा व बेहद गर्व है।‘


कुमार विश्वास ने इस मामले में लगातार ट्वीट किया है। उन्होंने एक दूसरे ट्वीट में देश की विपक्षी पार्टियों पर हमला करते हुए लिखा, हे नेताओं, पार्टियों, समर्थकों पीएम मोदी का विरोध करना आपका लोकतांत्रिक अधिकार है। इससे पहले भी आप लोगों ने उनका विरोध किया है, बाद में भी कर लेना। पर इस समय दुश्मन को दरार दिखाना, देश के खिलाफ है। इस वक्त तो चीन के खिलाफ पूरा देश सेना और पीएम मोदी के साथ होना चाहिए।


एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, प्यारे देशवासियों, देश हर तरह की चुनौतियों से मुखातिब है। ऐसे कठिन समय में अपने अपने निजी मान्यताओं और एजेंडों को अलग रखकर गम्भीरता से केवल और केवल देश के हित के साथ रहिए। उत्तेजना व हल्केपन दोनों से बचिए। (साथ ही यह भी याद रखिए- नंद मगध नहीं है)।

विपक्ष पूछ रहा है लगातार सवाल


दरअसल, 15 जून की रात को पूर्वी लद्दाख के गालवान घाटी में चीन और भारतीय सैनिकों के बीच हिंसक संघर्ष में 20 भारतीय जवानों के शहीद हो जाने की खबर है, बताया जा रहा है कि ये आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। वहीं करीब 43 चीनी सैनिकों के हताहत होने की भी खबर है। इस पूरे मामले को विपक्ष विदेश नीति की एक बड़ी चूक ब विता रहा है। विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है और सरकार से ये सवाल पूछ रही है कि आखिर ऐसा कैसे हो गया? विपक्ष ये भी कह रही है कि इस हिंसक झड़प से पिछले 50 सालों की शांति भंग हुई है, ये मोदी सरकार की एक बड़ी चूक का नतीजा है।

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